जींद: जिला नगर योजनाकार विभाग ने नरवाना में अवैध रूप से विकसित की जा रही दो कॉलोनियों पर पीला पंजा चलाया. यहां टीम ने सात बाउंड्री वॉल और तीन कच्चे रास्ते तोड़े. ड्यूटी मजिस्ट्रेट के तौर पर डीटीपी अमित मंढोलिया और भारी पुलिस बल तैनात रहा. अब 18 और 19 को जींद में अवैध कॉलोनियों को ध्वस्त किया जाएगा और 31 जनवरी को फिर से नरवाना में अवैध निर्माण गिराने की कार्रवाई होगी.
जिला नगर योजनाकार विभाग को शिकायत मिली थी कि हिसार रोड पर विकसित की गई अवैध कॉलोनी को लेकर नोटिस जारी किया था, लेकिन नोटिस के बावजूद भी ना तो अवैध कॉलोनियों का निर्माण कार्य नहीं रोका गया और ना ही अवैध निर्माण को हटाया गया. इस पर जिला नगर योजनाकार विभाग का अमला जेसीबी के साथ पहुंचा और यहां अवैध रूप से विकसित की जा रही कॉलोनी को ध्वस्त किया.
प्रशासन की टीम ने एक-एक कर सात बाउंड्री वॉल को जेसीबी की सहायता से उखाड़ा. इसके बाद यहां वाहनों के लिए आने-जाने के लिए बनाए गए तीन रास्तों को उखाड़ दिया. गौरतलब है कि कई स्थानों पर सड़कों के साथ कृषि योग्य जमीन पर अवैध रूप से निर्माण किए गए हैं और अवैध रूप से कॉलोनियां काटी गई हैं. नियमानुसार कृषि योग्य जमीन को रिहायशी में बदलने के लिए जिला नगर योजनाकार से प्रमाण पत्र लेना जरूरी है.
जिसके लिए सरकार द्वारा गाइड लाइन भी जारी की हुई है. बावजूद इसके नियमों को ताक में रखकर धड़ल्ले से अवैध कॉलोनी काटी जा रही है. जींद नगर योजनाकार अमित मंढोलिया ने बताया कि अगर किसी को प्लॉट आदि खरीदना है तो, पहले जिला नगर योजनाकार विभाग में पता कर लें कि जहां प्लॉट ले रहे हैं, वो कॉलोनी वैध है या नहीं. अवैध निर्माण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
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