झज्जरः अमेरिका में चल रहे यूएस ओपन में मंगलवार को तीसरी वरीयता प्राप्त स्विट्जरलैंड के टेनिस स्टार रोजर फेडरर का मुकाबला भारतीय क्वालिफायर झज्जर जिले के जैतपुर गांव के टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल से हुआ था. जिसमें पहला सेट जीतकर सुमित नागल अपने अगले दो सेट हार गए, लेकिन जीतने के बाद भी फेडरर सुमित के खेल की प्रशंसा करना नहीं भूले. उन्होंने सुमित की पीठ भी थपथपाई.
टेनिस स्टार फेडरर ने भी की तारीफ
नागल ने टेनिस स्टार फेडरर को पहले सेट में 6-4 से हरा दिया था लेकिन उसके बाद फेडरर ने ये मुकाबला 4-6, 6-1, 6-2, 6-4 से जीत लिया. मैच के बाद फेडरर ने सुमित के प्रदर्शन की तारीफ भी की थी. उन्होंने कहा कि भारतीय खिलाड़ी ने अच्छे फोरहैंड्स दिखाए हैं.
सुमित की तारीफ करते हुए फेडरर ने कहा कि सुमित अच्छे खिलाड़ी हैं. उनकी तकनीक सही है, वो भविष्य में एक बेहतरीन खिलाड़ी बन सकते हैं. बता दें कि फेडरर 20 बार ग्रैंडस्लैम चैम्पियन रह चुके हैं तो वहीं नागल का ये पहला ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट था.
10 साल की उम्र में पहली बार गए भूपति की एकेडमी
मात्र दस साल की उम्र में भूपति की एकेडमी पहुंचे सुमित नागल हरियाणा के झज्जर जिले के छोटे से गांव जैतपुर से हैं. वे दिग्गज टेनिस खिलाड़ी रहे महेश भूपति को अपना मेंटोर मानते हैं.
सुमित कहते हैं कि भूपति सर मेरे मेंटर हैं और हमेशा रहेंगे. सुमित के मुताबिक वो जब 10 साल के थे, तब वे उनकी एकेडमी में पहली बार गए थे. उन्होंने मेरे खेल को निखारा है. उन्होंने ही मुझे स्पॉन्सर भी किया था. सुमित बचपन से फेडरर की स्टाइल कॉपी किया करते थे, फेडरर के खिलाफ मैच से पहले भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने नागल को शुभकामनाएं दी थीं.
लाखों फैंस का दिल जीत गया खिलाड़ी
सुमित के खेल की प्रशंसा करते हुए उनके पिता सुरेश और भाई सुरेन्द्र का कहना है कि बेशक सुमित अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी फेडरर से मुकाबला हार गए हों,लेकिन पहले सेट में सुमित का प्रदर्शन काफी बेहतर था. उन्होंने कहा कि सुमित हार कर भी लाखों का दिल जीत गया. उन्होंने कहा कि सुमित के गांव पहुंचने पर खिलाड़ी का जोरदार स्वागत किया जाएगा.
देश से जुड़ा सुमित का नाम
सुमित के मेडल आज भी पैतृक घर में सजाकर रखे गए हैं. सुमित की उपलब्धियों से जुड़े कप हो या ट्रॉफी उसे आज भी उसके पैतृक घर में सजा कर रखा गया है. सुमित से जुड़ी हुई अखबारों की कटिंग और अन्य सभी दस्तावेज भी संभाल कर रखे हुए है.
अक्सर सुमित के बाहर रहने से जुड़े पहलू पर भी उनका कहना है कि अगर वह बाहर नहीं जाएगा तो खेलेगा कैसे. वैसे भी अब तो उसके साथ देश का नाम जुड़ गया है, इसलिए उसके दौरे भी खेल के मुताबिक ही रहेंगे.