ETV Bharat / state

झज्जर: लुहारी गांव के सरपंच सस्पेंड, मध्य प्रदेश में जमीन घोटाले के मामले में चल रही है जांच

author img

By

Published : Feb 3, 2021, 10:51 PM IST

लुहारी गांव के सरपंच तरुण कुमार पर मध्य प्रदेश में भूमि घोटाले का मामला दर्ज है, जिसमें सरपंच आरोपित है और पुलिस की पकड़ से फरार चल रहा है.

sarpanch-of-luhari-village-of-jhajjar-suspended-due-to-ongoing-investigation-in-land-scam-in-madhya-pradesh
लुहारी गांव के सरपंच सस्पेंड

झज्जर: हरियाणा के झज्जर जिले के लुहारी गांव के सरपंच तरुण कुमार को जिला उपायुक्त ने सस्पेंड कर दिया है. सरपंच के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया है जिसके चलते जिला उपायुक्त ने यह फैसला लिया है.

क्या है मामला?

जानकारी के मुताबिक लुहारी गांव के सरपंच तरुण कुमार पर मध्य प्रदेश में भूमि घोटाले का मामला दर्ज है, जिसमें सरपंच आरोपित है और पुलिस की पकड़ से फरार चल रहा है. जिस कारण करीब साढ़े तीन साल चली जांच के बाद आरोपी सरपंच को सस्पेंड किया है. इस मामले में गांव के ही एक व्यक्ति ने शिकायत दी थी जिसमें बताया गया था कि साल 2009 में सरपंच के खिलाफ मध्य प्रदेश में मामला दर्ज था, लेकिन सरपंच ने इसे आवेदन पत्र में छिपाया था. इसकी जांच जिला उपायुक्त ने सौंपी थी.

ये भी पढ़ें: फरीदाबाद: प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी ने पति को उतारा मौत के घाट

साल 2017 से चल रही थी जांच

उपायुक्त जितेंद्र कुमार ने गांव लुहारी के सरपंच तरुण कुमार को निलंबित करते हुए बताया कि 29 मई 2017 को पत्र जारी कर उप मंडल अधिकारी नागरिक, झज्जर को सरपंच के खिलाफ लगे आरोपों के लिए जांच अधिकारी नियुक्त किया गया था. तरुण कुमार ने इन निलंबन आदेशों के खिलाफ हरियाणा के प्रधान सचिव, विकास एवं पंचायत विभाग के न्यायालय में अपील दायर की थी.

ये भी पढ़ें: गुरुग्राम: चाकू की नोक पर लूट करने वाला शातिर अपराधी गिरफ्तार

न्यायालय ने पत्र जारी करते हुए 13 अक्टूबर 2017 को आदेश जारी करते हुए एसडीएम को एक महीने में जांच के आदेश दिए. 27 अप्रैल 2018 को पत्र जारी करके उप मंडल अधिकारी नागरिक, झज्जर को इन आदेशों की प्रति भेजते हुए जांच रिपोर्ट कार्यालय में भिजवाने के लिए लिखा.

ये भी पढ़ें: हथिनीकुंड बैराज पर पानी की कमी, यमुना से लगते इलाकों में बढ़ सकता है जल संकट

2018 में हुए थे निलंबित होने के बाद हुए थे बहाल

30 मई 2018 को तरुण कुमार ने एक आवेदन पत्र लिखा और कहा कि उन्हें निलंबित हुए एक साल का समय हो चुका है और उनकी निलंबन की जांच अभी तक पूरी नहीं हुई है. इसलिए उन्हें सरपंच पद पर बहाल किया जाए. 5 जुलाई को पत्र जारी करके तरुण कुमार को जांच पर कोई प्रतिकूल प्रभाव डाले बगैर लंबित जांच सरपंच के पद पर बहाल किया गया.वहीं, एसडीएम ने जांच करके 17 मार्च 2020 को रिपोर्ट दी. जांच रिपोर्ट के अनुसार तरुण कुमार ने सरपंच पद के लिए वर्ष 2016 में चुनाव लड़ा था.

ये भी पढ़ें: भिवानी: बीमारी से परेशान युवक ने ट्रेन के आगे कूदकर दी जान

झज्जर: हरियाणा के झज्जर जिले के लुहारी गांव के सरपंच तरुण कुमार को जिला उपायुक्त ने सस्पेंड कर दिया है. सरपंच के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया है जिसके चलते जिला उपायुक्त ने यह फैसला लिया है.

क्या है मामला?

जानकारी के मुताबिक लुहारी गांव के सरपंच तरुण कुमार पर मध्य प्रदेश में भूमि घोटाले का मामला दर्ज है, जिसमें सरपंच आरोपित है और पुलिस की पकड़ से फरार चल रहा है. जिस कारण करीब साढ़े तीन साल चली जांच के बाद आरोपी सरपंच को सस्पेंड किया है. इस मामले में गांव के ही एक व्यक्ति ने शिकायत दी थी जिसमें बताया गया था कि साल 2009 में सरपंच के खिलाफ मध्य प्रदेश में मामला दर्ज था, लेकिन सरपंच ने इसे आवेदन पत्र में छिपाया था. इसकी जांच जिला उपायुक्त ने सौंपी थी.

ये भी पढ़ें: फरीदाबाद: प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी ने पति को उतारा मौत के घाट

साल 2017 से चल रही थी जांच

उपायुक्त जितेंद्र कुमार ने गांव लुहारी के सरपंच तरुण कुमार को निलंबित करते हुए बताया कि 29 मई 2017 को पत्र जारी कर उप मंडल अधिकारी नागरिक, झज्जर को सरपंच के खिलाफ लगे आरोपों के लिए जांच अधिकारी नियुक्त किया गया था. तरुण कुमार ने इन निलंबन आदेशों के खिलाफ हरियाणा के प्रधान सचिव, विकास एवं पंचायत विभाग के न्यायालय में अपील दायर की थी.

ये भी पढ़ें: गुरुग्राम: चाकू की नोक पर लूट करने वाला शातिर अपराधी गिरफ्तार

न्यायालय ने पत्र जारी करते हुए 13 अक्टूबर 2017 को आदेश जारी करते हुए एसडीएम को एक महीने में जांच के आदेश दिए. 27 अप्रैल 2018 को पत्र जारी करके उप मंडल अधिकारी नागरिक, झज्जर को इन आदेशों की प्रति भेजते हुए जांच रिपोर्ट कार्यालय में भिजवाने के लिए लिखा.

ये भी पढ़ें: हथिनीकुंड बैराज पर पानी की कमी, यमुना से लगते इलाकों में बढ़ सकता है जल संकट

2018 में हुए थे निलंबित होने के बाद हुए थे बहाल

30 मई 2018 को तरुण कुमार ने एक आवेदन पत्र लिखा और कहा कि उन्हें निलंबित हुए एक साल का समय हो चुका है और उनकी निलंबन की जांच अभी तक पूरी नहीं हुई है. इसलिए उन्हें सरपंच पद पर बहाल किया जाए. 5 जुलाई को पत्र जारी करके तरुण कुमार को जांच पर कोई प्रतिकूल प्रभाव डाले बगैर लंबित जांच सरपंच के पद पर बहाल किया गया.वहीं, एसडीएम ने जांच करके 17 मार्च 2020 को रिपोर्ट दी. जांच रिपोर्ट के अनुसार तरुण कुमार ने सरपंच पद के लिए वर्ष 2016 में चुनाव लड़ा था.

ये भी पढ़ें: भिवानी: बीमारी से परेशान युवक ने ट्रेन के आगे कूदकर दी जान

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.