झज्जर: लॉकडाउन के दौरान बहादुरगढ़ की सब्जी मंडी में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए नगर परिषद के कर्मचारियों ने गोल घेरे भी बनाए हैं लेकिन लोग सोशल डिस्टेंस बिल्कुल भी नहीं रख रहे हैं.
एक तरफ जहां जिला, राज्य और केंद्र स्तर पर कोरोना वायरस के फैलने से बचने के लिए तमाम बंदोबस्त किए जा रहे हैं वहीं झज्जर जिले की आम जनता सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर बिल्कुल भी जागरूक नहीं है. सुबह के समय बहादुरगढ़ की सब्जी मंडी के सामने कुछ ऐसा ही देखने को मिला. यहां सड़क पर गाड़ियों की लंबी लाइनें देखने को मिली साथ ही काफी भीड़ इकट्ठी हुई दिखाई दी.
यहां पर राशन की दुकानों के सामने नगर परिषद के कर्मचारियों ने गोल दायरे भी लगाए हैं ताकि लोग एक दूसरे से 1 मीटर की दूरी रखकर सामान खरीद सकें लेकिन लोग एक दूसरे से दूर रहना मुनासिब नहीं समझ रहे. ऐसे में लोगों को स्वयं कोरोना वायरस से बचाव के लिए घरों में रहने की आवश्यकता है क्योंकि इस वायरस से बचाव का एकमात्र उपाय ही खुद को दूसरों के संपर्क में आने से रोकना है.
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बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए झज्जर जिले में 107 लोगों को होम क्वॉरेंटाइन किया गया है जिनमें से 12 लोग बहादुरगढ़ के रहने वाले हैं. बहादुरगढ़ की नई बस्ती में रहने वाले एक युवक को भी होम क्वॉरेंटाइन किया गया है. यह सभी लोग विदेश यात्रा कर झज्जर और बहादुरगढ़ स्थित अपने घरों को लौटे हैं.
झज्जर जिला प्रशासन के अधिकारी लगातार लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए पुरजोर कोशिशें कर रहे हैं. पुलिस ने लॉकडाउन उल्लंघन करने वाले 45 वाहन चालकों के चालान काटे हैं और तीन वाहनों को इंपाउंड भी किया है.
इतना ही नहीं धारा 144 का उल्लंघन करने के मामले में अब तक 11 एफआईआर हो चुकी हैं और 11 लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है. शहर और गांव के लगभग सभी मुख्य रास्तों पर पुलिस तैनात है. साथ ही झज्जर जिले से सटे राजधानी दिल्ली की सीमाओं के साथ-साथ अन्य जिलों की सीमाओं को भी सील किया गया है.
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