झज्जर: गांव चिमनपुरा में हुई 23 साल के प्रमोद की हत्या की गुत्थी सुलझ गई है. सीआईए झज्जर ने मामले का खुलासा किया है. प्रमोद की हत्या इसलिए की गई क्योंकि वह अपने ही दोस्त के साथ अपनी मां के नाजायज संबंधों के बारे में जान गया था.
23 साल के प्रमोद की हत्या उसी के घर में छाती में गोली मारकर 20 फरवरी को कर दी गई थी. हत्या के समय घर में प्रमोद के अलावा केवल उसकी मां मौजूद थी. मां ने सुबह बेटे की लाश को देखा तो गांव के सरपंच को इसकी सूचना दी थी. पुलिस ने मौके पर जाकर लाश को कब्जे में लेकर जांच शुरू की थी. पंद्रह दिन बाद पुलिस ने मामले को सुलझाने का दावा किया है.
प्रमोद गुड़गांव में बाउंसर की नौकरी करता था. झज्जर के ही गांव चढ़वाना निवासी प्रदीप भी बाउंसर की नौकरी करता था. दोनों अलग-अलग जगहों पर नौकरी करते थे. मगर एक मामले को लेकर दोनों में जान पहचान हो गई थी. प्रमोद के कारण प्रदीप का उसके घर आना जाना हो गया. प्रमोद की मां से उसके नाजायज संबंध बन गए.
पुलिस का कहना है कि हत्या से करीब एक माह पहले प्रमोद नौकरी छोड़कर घर रहने लगा था. यही कारण था कि वह अपनी मां और दोस्त प्रदीप की आंखों में खटकने लगा था. उसके घर रहने से इन दोनों का मिलना नहीं हो पाता था. नतीजतन दोनों ने उसे रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया. इसके लिए प्रदीप ने अपने दो और दोस्तों को साथ मिलाया. 20 फरवरी को इन सबने मिलकर प्रमोद की सोते समय छाती में गोली मारकर हत्या कर दी.
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सीआईए इंचार्ज योगेश हुड्डा ने बताया की प्रमोद की हत्या एक ब्लाइंड मर्डर था. जिसे सुलझाने के चक्कर में काफी मेहनत करनी पड़ी. बकौल योगेश प्रमोद की मां और प्रदीप के बीच बने नाजायज संबंध हत्या का कारण बने. उन्होंने बताया प्रमोद नौकरी छोड़कर घर रहने लगा था. इसी बात के चलते प्रदीप और उसकी मां का मिलना नामुमकिन हो चला था. इसी कारण दोनों ने मिलकर प्रमोद को हमेशा के लिए रास्ते से हटाने का मन बना लिया. इस मामले में मृतक की मां समेत प्रदीप व कलिंगा गांव के सौरभ को गिरफ्तार कर लिया गया है. जबकि मामले में शामिल प्रदीप का एक अन्य साथी अभी फरार है. सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया. उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.