झज्जर: आगजनी में नष्ट हुई फसल का मुआवजा बीजेपी सरकार के लिए मुसीबत की घंटी बजा सकता है. दरअसल 2982 गांवो के प्रतिनिधियों की खाप पंचायतों ने मुआवजा नहीं मिलने पर बीजेपी के खिलाफ वोटिंग करने की बात कही है.
मांडोठी के दलाल दरबार में खापों की बड़ी पंचायत हुई. भारत भूमि बचाओ संघर्ष समिति की पहल पर आयोजित खाप पंचायत में आगजनी से प्रभावित किसानों के लिए मुआवजे की मांग की गई. पंचायत में सरकार को 10 मई की शाम तक का वक्त दिया गया है. अगर सरकार ने इस मियाद तक मुआवजा दे दिया तो खापें किसी भी पार्टी का पक्ष नहीं लेंगी और अगर मुआवजा नहीं मिला तो बीजेपी के खिलाफ वोट करने का फैसला लिया जाएगा.
दरअसल मांडोठी, सिलौठी, मातन और मेहन्दीपुर डाबौदा में करीब चार सौ एकड़ फसल आग की चपेट में आ गई थी. किसानों ने सरकार से मुआवजा मांगा, लेकिन जब सरकार और प्रशासन ने किसानों की नहीं सुनी तो भारत भूमि बचाओ संघर्ष समिति ने तीन दिन पहले मांडोठी के दलाल भवन में धरना शुरू कर दिया. जानकारी के मुताबिक शनिवार को धरने पर कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने किसानों को आश्वासन दिया था कि 10 मई तक किसानों को 12 हजार रुपये प्रति एकड़ का मुआवजा दे दिया जाएगा.
इससे अधिक का मुआवजा बिजली विभाग से पूरी प्रक्रिया के तहत दिलवाया जाएगा क्योंकि जिन खेतों में बिजली की चिंगारी से आग लगी तो उसकी भरपाई भी उसी विभाग से करवाने का आश्वासन दिया गया है. भारत भूमि बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष रमेश दलाल का कहना है कि किसानों की मांग पूरी होने तक दलाल भवन में किसानों का धरना लगातार जारी रहेगा.