झज्जर: लॉकडाउन के दौरान झज्जर जिले से प्रवासी मजदूरों को उनके गांव तक पहुंचाने के लिए हरियाणा रोडवेज का सहारा लिया गया. हरियाणा रोडवेज की बसों की सहायता से प्रवासी मजदूरों को उनके गांवों तक पहुंचाया गया. वहीं बुधवार को झज्जर रोडवेज डिपो में उन सभी रोडवेज कर्मचारियों के स्वास्थ्य की जांच कराई गई, जो प्रवासी मजदूरों को छोड़ने के लिए गए थे.
हरियाणा सरकार के फैसले के बाद झज्जर रोडवेज से करीब 143 बसों में दिल्ली, गाजियाबाद से बैठाकर प्रवासी मजदूरों को यूपी के अलग – अलग स्थानों पर छोड़ने का काम किया गया. प्रवासी मजदूरों को छोड़ने के लिए गई बसों में चालक और अनय कर्मचारियों की संख्या करीब 300 थी. बुधवार को झज्जर जिला प्रशासन ने इन सभी कर्मचारियों के स्वास्थ्य की जांच कराने का फैसला लिया.
बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बुधवार को झज्जर रोडवेज डिपो पर उन सभी कर्मचारियों की जांच की जो प्रवासी मजदूरों को छोड़ने के लिए गए थे. जल्द ही इन सभी कर्मचारियों की रिपोर्ट भी आ जाएगी. कर्मचारियों की जांच इसलिए कराई गई ताकि पता लगाया जा सके की कोई कोरोना से संक्रमित तो नहीं है.
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सरकार और प्रशासन के लगातार कहने के बाद भी प्रवासी मजदूरों के पलायान का सिलसिला जारी था. इसको देखते हुए सरकार ने उन्हें उनके गांव तक छोड़ने का निर्णय लिया और हरियाणा रोड़वेज की सहायता से उन्हें उनके गांव तक पहुंचाया गया. साथ ही जो रोडवेज के कर्मचारी प्रवासी मजदूरों को छोड़ने के लिए गए थे. उनके स्वास्थ्य की जांच कराई गई.