झज्जर: कोरोना वैश्विक महामारी की रोकथाम के लिए सरकार और प्रशासन की ओर से पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित किए गए हैं. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कदम उठाए जा रहे हैं. जिले में कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के साथ ही सुरक्षात्मक रूप से किए गए प्रबंध बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था का उदाहरण है. यह बातें हरियाणा सरकार में आबकारी एवं कराधान विभाग के प्रधान सचिव अनुराग रस्तोगी ने कहीं. वे गुरुवार को लघु सचिवालय सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे.
प्रधान सचिव अनुराग रस्तोगी ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए हरियाणा सरकार निर्धारित नियमों का पालन करते हुए आमजन के स्वास्थ्य सुधारने के लिए निरंतर कदम बढ़ा रही है. राष्ट्रीय राजधानी से नजदीक स्थित झज्जर जिला कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने में सक्रिय रूप से भागीदार बन रहा है. सरकार और प्रशासन की ओर से दिए गए निर्देशों की पालना करते हुए लोग घरों में रहकर कोरोना चक्र को तोड़ने में अहम भूमिका निभा रहे हैं.
रस्तोगी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने लगातार सैंपलिंग करते हुए संक्रमण चक्र को तोड़ने के लिए बेहतरीन कदम उठाए हैं. अब भी निरन्तर हाउस टू हाउस स्क्रीनिंग की जा रही है. चौथे चरण में अब तक 162773 घरों को कवर करते हुए 830958 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गई है. उनमें से 104 आईएलआई मरीज पाए गए हैं.
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स्वास्थ्य विभाग की ओर से दिए गए जिला स्तरीय आंकड़ों की जानकारी देते उन्होंने बताया कि झज्जर जिले में 12 कोविड हेल्थ सेंटर हैं और 19 कोविड- केयर सेंटर बनाए गए हैं. इतना ही नहीं महामारी के फैलाव की स्थिति में 2000 की क्षमता के कोविड आइसोलेशन सेंटर भी बनाने की परियोजना है.
बता दें कि, दिल्ली से सटे हुए होने के बावजूद झज्जर जिले में कोरोना संक्रमण के मामले काबू में हैं. जिले में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या 112 है. जिसमें से 99 लोग ठीक होकर अपने घरों को लौट चुके हैं. वहीं जिले में अब कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 12 है.