झज्जर: राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा आज फिर बहादुरगढ़-दिल्ली स्थित टिकरी बार्डर धरने पर पहुंचे. वहां उन्होंने पानी, शौचालय व्यवस्था, साफ-सफाई, लंगर और चिकित्सा व्यवस्था का मुआयना किया और जरूरी इंतजाम बढ़ाने के निर्देश दिए. इस दौरान उन्होंने धरनारत किसानों से मिलकर उनका हाल-चाल भी पूछा. उनके साथ बहादुरगढ़ के स्थानीय विधायक राजेन्द्र जून और नगर पालिका चैयरमैन शीला राठी मौजूद रहीं.
'किसानों की मौत के लिए सरकार जिम्मेदार'
सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने आंदोलनरत किसान संगठनों और सरकार के बीच 9 दौर की वार्ता और 100 से ज्यादा किसानों की जान जाने के बावजूद समाधान ना निकलने पर गहरी चिंता और दुख प्रकट किया. दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि लम्बी-लम्बी मीटिंग के बाद नतीजा जीरो है. सरकार के उपेक्षापूर्ण रवैये की वजह से ही आंदोलन में इतनी बड़ी संख्या में किसानों की जान जा रही है. लगातार किसानों की हो रही मौतों के लिए सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार है.
ये भी पढे़ं- INLD विधायक अभय चौटाला ने फिर भेजा इस्तीफा, विधानसभा में हुआ रिसीव
उन्होंने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के निर्देश पर किसान आंदोलन में जान कुर्बान करने वाले हरियाणा के प्रत्येक किसान के परिवार को कांग्रेस विधायक दल द्वारा अपनी ओर से 2-2 लाख रुपये की सहायता दी जा रही है. इसके अलावा, अभी तक कोई भी पीड़ित किसान परिवारों की मदद के लिए आगे नहीं आया. उन्होंने सरकार से मांग रखी कि किसान संघर्ष में जान गंवाने वाले किसानों के परिवार को सरकार ज्यादा से ज्यादा आर्थिक मदद और नौकरी दे.
'सरकार किसानों को सिर्फ टरका रही है'
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सरकार के असंवेदनशील रवैये से स्पष्ट है कि वो किसानों को टरका रही है और बातचीत के नाम पर टाइम पास कर रही है. सरकार की ये सोच है कि किसानों को इतना परेशान कर दो कि वो सर्दी और बरसात से दुखी होकर बिना मांगों को मनवाए खुद ही पीछे हट जाएं, लेकिन ये सरकार की गलतफहमी है. किसान अपनी जायज मांगों से पीछे नहीं हटने वाले.