झज्जर: नागरिक अस्पताल में डिलीवरी के दौरान नवजात की मौत मामले में परिजनों ने प्रसूति केंद्र में तैनात स्टाफ पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए हैं. पीड़ित पक्ष की ओर से शहर थाना में लिखित शिकायत देते हुए नियमानुसार कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई गई है.
वहीं, नवजात की मौत हो जाने से गुस्साए परिजनों ने काफी समय तक शव भी नहीं लिया. जिसकी सूचना पर सिविल सर्जन डॉ. संजय दहिया सिविल अस्पताल पहुंचे. उन्होंने पीड़ित पक्ष सहित चिकित्सकों की बात सुनी. जांच के लिए तीन चिकित्सकों की टीम तैयार की गई है. जो अपनी रिपोर्ट सीएमओ को सौंपेगी. उसी के आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
ये भी पढे़ं- निजी अस्पताल में शर्मनाक वारदात: मंदबुद्धि युवती से दो कर्मियों पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप
सीएमओ संजय दहिया का कहना है कि तीन लोगों की टीम नियमानुसार जांच करेगी. दोषी को किसी भी सूरत में छोड़ा नहीं जाएगा. परिवार के स्तर पर लगाए जा रहे हर आरोप पर गहनता से पूछताछ की जाएगी. स्वास्थ्य विभाग आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए कृत संकल्प है.
पुलिस की टीम ने भी मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच की है. विभागीय स्तर पर उठाए गए कदमों के बाद परिजन शव लेने को राजी हुए. दोपहर बाद नियमानुसार प्रक्रिया पूरी करते हुए शव परिजनों को सौंप दिया गया.
परिजनों ने लगाए लापरवाही के आरोप
परिजनों ने बताया कि वो मंगलवार की रात करीब साढ़े 12 बजे से एक बजे के बीच में आए थे. प्रसूति केंद्र में मौजूद स्टाफ द्वारा पूर्ण रूप से लापरवाही बरती गई है. चिकित्सक डिलीवरी के दौरान ही वहां से चली गई. जबकि दो महिला स्वास्थ्य कर्मियों ने भी अपने काम में संजीदगी नहीं दिखाई. परिवार के मुताबिक जिस तरह की लापरवाही बरती गई है वो उचित नहीं है.