झज्जर: हरियाणा के कई जिलों में टिड्डी दल का आतंक देखने को मिला है. राजस्थान से होते हुए महेंद्रगढ़ के बाद ये टिड्डी दल देर शाम रेवाड़ी पहुंचा. जिसके बाद शनिवार सुबह झज्जर जिले के करीब आधा दर्जन से ज्यादा गांव में टिड्डियों ने हमला बोल दिया.
किसानों की माने तो करीब 6 किलोमीटर लंबे झुंड ने रेवाड़ी की तरफ से झज्जर में प्रवेश किया था. जो करीब आधे घंटे तक झज्जर के गांव के खेतों में रहा. झज्जर ये टिड्डी दल गुरुग्राम के लिए रवाना तो हो गया, लेकिन पीछे किसानों की कई एकड़ में फैली फसल को बर्बाद कर गया.
झज्जर के कई गांवों में टिड्डी दल का कहर
अगर बात की जाए झज्जर में नुकसान की तो झज्जर जिले के जहादपुर, उटलोढा, पटासनी, नगला, दादरी तोय , बाढ़सा गांव में सैकड़ों एकड़ फसल पर टिड्डियों ने कहर बरपाया है. बाजरा, ज्वार, कपास इन तीनों फसलों को टिड्डी दल ने बहुत नुकसान पहुंचाया है. इस दौरान ईटीवी भारत की टीम ने अलग-अलग गांव में जाकर मुआयना कर किसानों से बातचीत की.
...जब खेतों की ओर दौड़ पड़े किसान
कई समय से टिड्डी दल हरियाणा के अलग-अलग जिलों में अपना कहर बरपा चुके हैं. बावजूद इसके स्थानीय प्रशासन ने समय रहते कोई तैयारी नहीं की. एकदम से आज जैसे ही टिड्डियों का झुंड झज्जर के खेतों में पहुंचा तो किसानों की मानों नींद उड़ गई. जिस भी किसान को पता चल रहा था वही किसान बिना कुछ सोचे-समझे अपने खेतों की ओर दौड़ रहा था. किसानों ने अपने स्तर पर ट्रैक्टर और दूसरी मशीनों की आवाज से टिड्डियों को भगाने की कोशिश की.
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उस वक्त कैसा था खेतों का हाल?
जहादपुर गांव के किसानों का कहना है कि उनके गांव की 60 से 70 एकड़ फसल बर्बाद हो चुकी है. जिनमें कपास, ज्वार और बाजरा शामिल हैं. किसानों का कहना है कि यही हाल आस-पास के गांव का भी है. कुल मिलाकर टिड्डी दल सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद कर चुका है. किसानों की मानें तो उस वक्त खेतों में सिर्फ टिड्डी ही टिड्डी दिखाई दे रहे थे. हर पेड़ पर 100 से ज्यादा टिड्डी थे. जो पेड़ के हर एक पत्ते को खा रहे थे.