हिसार: जिले की एक छात्रा सिया तायल का दावा है कि मैंने ट्वीट करके पीएम से सीबीएसई 10वीं कक्षा की परीक्षा रद्द करने की मांग की थी. सिया का कहना है कि मेरे ट्वीट पर 10 लाख से ज्यादा रि-ट्वीट हुए, जिसके चलते सरकार को परीक्षा रद्द करनी पड़ी.
बताया जा रहा है कि हिसार के श्रीराम स्कूल की 10वीं की छात्रा सिया तायल ने प्रधानमंत्री को पत्र भेजा. पत्र में सिया तायल ने कहा कि देश भर में छात्रों को परीक्षा की चिंता सता रही है. सिया ने कहा कि मैं अपने पिता काे पिछले वर्ष 9 जून को खो चुकी हूं. लेकिन मैं नहीं चाहती कि कोई और यह दर्द महसूस करे.
ये भी पढ़ें: हरियाणा में 10वीं की परीक्षा रद्द, अगली कक्षा में ऐसे किया जाएगा प्रमोट
सिया तायल का दावा है कि उन्होंने पत्र में इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया और कहा कि 30 लाख विद्यार्थी इस परीक्षा में भाग लेंगे. ऐसे में खतरा बड़ा है. सिया ने पत्र में कहा कि परीक्षा के दौरान यदि कोरोना फैलता है तो इससे खतरा बढ़ सकता है. अस्पतालों में कोरोना केस बढ़ते जा रहे हैं और जगह का अभाव है. ऐसे में परीक्षा अंतिम लक्ष्य नहीं हो सकती है. सिया ने कहा कि इस स्थिति को देखते हुए विद्यार्थी परीक्षा कैसे देंगे. सिया ने प्रधानमंत्री से मांग की कि परीक्षा रद्द की जाए.
सिया ने बतााया कि उसका ट्वीट ट्रेंड हुआ. 10 लाख से ज्यादा रि-ट्वीट हुए. इसलिए प्रधानमंत्री ऑफिस और सीबीएसई को संज्ञान लेना पड़ा. जिसके चलते सीबीएसई ने 10वीं की परीक्षा को रद्द करने का फैसला किया है.
ये भी पढ़ें: बोर्ड परीक्षाओं पर हरियाणा सरकार के फैसले से इतने छात्र होंगे प्रभावित, अधर में लटका भविष्य
सिया ने कहा कि विद्यार्थियों की आवाज बनने का मुझे मौका मिला है. सिया का कहना है कि मैंने विद्यार्थियों की समस्या को उठाया है. सिया ने बताया कि उनके ट्वीट पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी सहमति दी. अब फैसला आने के बाद लोग सिया की तारीफ भी कर रहे हैं.