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कोरोना काल के दौरान हरियाणा में दवा खरीद घोटाला ? 263 रुपये में खरीदा गया 6.44 रुपये का इंजेक्शन - rti on drug purchase in rohtak

हिसार के रहने वाले कृष्ण कुमार ने आरटीआई के तहत खुलासा किया है कि कोरोना काल में हरियाणा के मेडिकल कॉलेजों ने दवाई खरीद में लाखों रुपये का घोटाला (drug purchase scam in haryana) किया है. आरटीआई के तहत मिली जानकारी चौंकाने वाली हैं. जानकारी के मुताबिक 6 रुपये का इंजेक्शन 263 रुपये में खरीदा गया. पूरी खबर पढ़ें

drug purchase scam in haryana
drug purchase scam in haryana
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Published : Jul 15, 2022, 10:28 PM IST

Updated : Jul 16, 2022, 1:08 PM IST

हिसार: कोरोना काल में जब लोग खौफ के साये में जी रहे थे. तब हरियाणा में कुछ मेडिकल कॉलेज जीवनरक्षक दवाओं, इंजेक्शन और विभिन्न मशीनों की खरीद में मुनाफाखोरी (drug purchase scam in haryana) कर रहे थे. इस बात का खुलासा आरटीआई (rti on drug purchase in haryana) के तहत मांगी गई जानकारी में हुआ है. हिसार के रहने वाले कृष्ण कुमार ने आरटीआई के जरिये सूचना लेकर इसका खुलासा किया है. आरटीआई के मिले जवाब में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं.

RTI में खुलासा हुआ है कि 6.44 रुपये में आने वाला हेपरिन इंजेक्शन मेडकिल कॉलेजों ने 263 रुपये से भी अधिक में खरीदा है. हिसार के रहने वाले कृष्ण कुमार ने बताया कि उन्होंने रोहतक पीजीआई, बीपीएस महिला मेडिकल कॉलेज खानपुर, झज्जर के नेशनल केंसर इंस्टीट्यूट से कोरोना काल के दौरान खरीदी गई दवाई और अन्य मेडिकल उपकरण को लेकर सूचना मांगी थी. आरटीआई की सूचना में तीनों संस्थाओं ने अलग अलग रेट में हेपरिन इंजेक्शन IU 25000 के हजारों इंजेक्शन खरीदे थे.

कोरोना काल के दौरान हरियाणा में दवा खरीद घोटाला? 263 रुपये से भी ज्यादा में खरीदा गया 6.44 का हेपरिन इंजेक्शन

RTI के मुताबिक बीपीएस मेडिकल कॉलेज खानपुर ने सबसे ज्यादा 263.50 रुपये प्रति इंजेक्शन के हिसाब से इसकी खरीद की. रोहतक पीजीआई ने 9 हजार इंजेक्शन 79 रुपये + जीएसटी के हिसाब से खरीदे हैं. चौंकाने वाली बात ये है कि झज्जर स्थित नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट ने ये इंजेक्शन मात्र 6.44 रुपये + जीएसटी की दर से खरीदे हैं. आरटीआई लगाने वाले कृष्ण कुमार ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि ये तो कुछ दवाओं और उपकरणों को लेकर सूचना में मुनाफाखोरी सामने आई है.

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पीजीआई रोहतक से मिली जानकारी

उन्होंने कहा कि अगर इनकी विस्तार से जांच की जाए तो करोड़ों रुपये का खेल सामने आएगा. RTI से मिली जानकारी के आधार पर उन्होंने विजिलेंस ब्यूरो, हरियाणा पुलिस डीजीपी व स्वास्थ्य मंत्री को भी शिकायत दी है. लेकिन इस मामले में जांच पेंडिंग है. अगर सही से जांच हो तो बड़ा घपला सामने आ सकता है. कृष्ण कुमार ने बताया कि हेपरिन के इस इंजेक्शन की कीमत जब हमने ऑनलाइन चेक की तो अलग-अलग वेबसाइट पर ये ₹320 से लेकर ₹350 तक प्रति बॉक्स मिल रहा है.

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बीपीएस महिला मेडिकल कॉलेज खानपुर से मिला जवाब

ईटीवी भारत से बातचीत में आरटीआई एक्टिविस्ट कृष्ण कुमार ने बताया एक बॉक्स में 25 इंजेक्शन होते हैं. इस हिसाब से लगभग ₹13 से ₹15 प्रति इंजेक्शन ऑनलाइन मिल रहा है. यानी इतनी कीमत पर बेचकर भी कंपनियां मुनाफा कमा रही हैं. अगर इसी इंजेक्शन को थोक के भाव में सीधे कंपनियों से खरीदें तो और भी सस्ता मिल सकता है, लेकिन इसी इंजेक्शन को हरियाणा के मेडिकल कॉलेज ने 15 गुना ज्यादा दाम पर खरीदा. ये तो सिर्फ एक इंजेक्शन की बात है. अगर बाकि दवाइयों के बारे में भी डिटेल निकाली जाए तो और भी घोटाले सामने आ सकते हैं.

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नेशनल सेंटर इंस्टिट्यूट से मिली जानकारी

क्या है हेपरिन इंजेक्शन? हेपरिन इंजेक्शन का प्रयोग दिल के मरीजों के लिए किया जाता है. इंजेक्शन उन मरीजों को लगाया जाता है, जिनके खून में थक्का जम जाता है. हेपरिन इंजेक्शन खून को पतला करने का काम करता है.

हिसार: कोरोना काल में जब लोग खौफ के साये में जी रहे थे. तब हरियाणा में कुछ मेडिकल कॉलेज जीवनरक्षक दवाओं, इंजेक्शन और विभिन्न मशीनों की खरीद में मुनाफाखोरी (drug purchase scam in haryana) कर रहे थे. इस बात का खुलासा आरटीआई (rti on drug purchase in haryana) के तहत मांगी गई जानकारी में हुआ है. हिसार के रहने वाले कृष्ण कुमार ने आरटीआई के जरिये सूचना लेकर इसका खुलासा किया है. आरटीआई के मिले जवाब में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं.

RTI में खुलासा हुआ है कि 6.44 रुपये में आने वाला हेपरिन इंजेक्शन मेडकिल कॉलेजों ने 263 रुपये से भी अधिक में खरीदा है. हिसार के रहने वाले कृष्ण कुमार ने बताया कि उन्होंने रोहतक पीजीआई, बीपीएस महिला मेडिकल कॉलेज खानपुर, झज्जर के नेशनल केंसर इंस्टीट्यूट से कोरोना काल के दौरान खरीदी गई दवाई और अन्य मेडिकल उपकरण को लेकर सूचना मांगी थी. आरटीआई की सूचना में तीनों संस्थाओं ने अलग अलग रेट में हेपरिन इंजेक्शन IU 25000 के हजारों इंजेक्शन खरीदे थे.

कोरोना काल के दौरान हरियाणा में दवा खरीद घोटाला? 263 रुपये से भी ज्यादा में खरीदा गया 6.44 का हेपरिन इंजेक्शन

RTI के मुताबिक बीपीएस मेडिकल कॉलेज खानपुर ने सबसे ज्यादा 263.50 रुपये प्रति इंजेक्शन के हिसाब से इसकी खरीद की. रोहतक पीजीआई ने 9 हजार इंजेक्शन 79 रुपये + जीएसटी के हिसाब से खरीदे हैं. चौंकाने वाली बात ये है कि झज्जर स्थित नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट ने ये इंजेक्शन मात्र 6.44 रुपये + जीएसटी की दर से खरीदे हैं. आरटीआई लगाने वाले कृष्ण कुमार ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि ये तो कुछ दवाओं और उपकरणों को लेकर सूचना में मुनाफाखोरी सामने आई है.

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पीजीआई रोहतक से मिली जानकारी

उन्होंने कहा कि अगर इनकी विस्तार से जांच की जाए तो करोड़ों रुपये का खेल सामने आएगा. RTI से मिली जानकारी के आधार पर उन्होंने विजिलेंस ब्यूरो, हरियाणा पुलिस डीजीपी व स्वास्थ्य मंत्री को भी शिकायत दी है. लेकिन इस मामले में जांच पेंडिंग है. अगर सही से जांच हो तो बड़ा घपला सामने आ सकता है. कृष्ण कुमार ने बताया कि हेपरिन के इस इंजेक्शन की कीमत जब हमने ऑनलाइन चेक की तो अलग-अलग वेबसाइट पर ये ₹320 से लेकर ₹350 तक प्रति बॉक्स मिल रहा है.

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बीपीएस महिला मेडिकल कॉलेज खानपुर से मिला जवाब

ईटीवी भारत से बातचीत में आरटीआई एक्टिविस्ट कृष्ण कुमार ने बताया एक बॉक्स में 25 इंजेक्शन होते हैं. इस हिसाब से लगभग ₹13 से ₹15 प्रति इंजेक्शन ऑनलाइन मिल रहा है. यानी इतनी कीमत पर बेचकर भी कंपनियां मुनाफा कमा रही हैं. अगर इसी इंजेक्शन को थोक के भाव में सीधे कंपनियों से खरीदें तो और भी सस्ता मिल सकता है, लेकिन इसी इंजेक्शन को हरियाणा के मेडिकल कॉलेज ने 15 गुना ज्यादा दाम पर खरीदा. ये तो सिर्फ एक इंजेक्शन की बात है. अगर बाकि दवाइयों के बारे में भी डिटेल निकाली जाए तो और भी घोटाले सामने आ सकते हैं.

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नेशनल सेंटर इंस्टिट्यूट से मिली जानकारी

क्या है हेपरिन इंजेक्शन? हेपरिन इंजेक्शन का प्रयोग दिल के मरीजों के लिए किया जाता है. इंजेक्शन उन मरीजों को लगाया जाता है, जिनके खून में थक्का जम जाता है. हेपरिन इंजेक्शन खून को पतला करने का काम करता है.

Last Updated : Jul 16, 2022, 1:08 PM IST
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