हिसार: कोरोना काल में जब लोग खौफ के साये में जी रहे थे. तब हरियाणा में कुछ मेडिकल कॉलेज जीवनरक्षक दवाओं, इंजेक्शन और विभिन्न मशीनों की खरीद में मुनाफाखोरी (drug purchase scam in haryana) कर रहे थे. इस बात का खुलासा आरटीआई (rti on drug purchase in haryana) के तहत मांगी गई जानकारी में हुआ है. हिसार के रहने वाले कृष्ण कुमार ने आरटीआई के जरिये सूचना लेकर इसका खुलासा किया है. आरटीआई के मिले जवाब में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं.
RTI में खुलासा हुआ है कि 6.44 रुपये में आने वाला हेपरिन इंजेक्शन मेडकिल कॉलेजों ने 263 रुपये से भी अधिक में खरीदा है. हिसार के रहने वाले कृष्ण कुमार ने बताया कि उन्होंने रोहतक पीजीआई, बीपीएस महिला मेडिकल कॉलेज खानपुर, झज्जर के नेशनल केंसर इंस्टीट्यूट से कोरोना काल के दौरान खरीदी गई दवाई और अन्य मेडिकल उपकरण को लेकर सूचना मांगी थी. आरटीआई की सूचना में तीनों संस्थाओं ने अलग अलग रेट में हेपरिन इंजेक्शन IU 25000 के हजारों इंजेक्शन खरीदे थे.
RTI के मुताबिक बीपीएस मेडिकल कॉलेज खानपुर ने सबसे ज्यादा 263.50 रुपये प्रति इंजेक्शन के हिसाब से इसकी खरीद की. रोहतक पीजीआई ने 9 हजार इंजेक्शन 79 रुपये + जीएसटी के हिसाब से खरीदे हैं. चौंकाने वाली बात ये है कि झज्जर स्थित नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट ने ये इंजेक्शन मात्र 6.44 रुपये + जीएसटी की दर से खरीदे हैं. आरटीआई लगाने वाले कृष्ण कुमार ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि ये तो कुछ दवाओं और उपकरणों को लेकर सूचना में मुनाफाखोरी सामने आई है.
उन्होंने कहा कि अगर इनकी विस्तार से जांच की जाए तो करोड़ों रुपये का खेल सामने आएगा. RTI से मिली जानकारी के आधार पर उन्होंने विजिलेंस ब्यूरो, हरियाणा पुलिस डीजीपी व स्वास्थ्य मंत्री को भी शिकायत दी है. लेकिन इस मामले में जांच पेंडिंग है. अगर सही से जांच हो तो बड़ा घपला सामने आ सकता है. कृष्ण कुमार ने बताया कि हेपरिन के इस इंजेक्शन की कीमत जब हमने ऑनलाइन चेक की तो अलग-अलग वेबसाइट पर ये ₹320 से लेकर ₹350 तक प्रति बॉक्स मिल रहा है.
ईटीवी भारत से बातचीत में आरटीआई एक्टिविस्ट कृष्ण कुमार ने बताया एक बॉक्स में 25 इंजेक्शन होते हैं. इस हिसाब से लगभग ₹13 से ₹15 प्रति इंजेक्शन ऑनलाइन मिल रहा है. यानी इतनी कीमत पर बेचकर भी कंपनियां मुनाफा कमा रही हैं. अगर इसी इंजेक्शन को थोक के भाव में सीधे कंपनियों से खरीदें तो और भी सस्ता मिल सकता है, लेकिन इसी इंजेक्शन को हरियाणा के मेडिकल कॉलेज ने 15 गुना ज्यादा दाम पर खरीदा. ये तो सिर्फ एक इंजेक्शन की बात है. अगर बाकि दवाइयों के बारे में भी डिटेल निकाली जाए तो और भी घोटाले सामने आ सकते हैं.
क्या है हेपरिन इंजेक्शन? हेपरिन इंजेक्शन का प्रयोग दिल के मरीजों के लिए किया जाता है. इंजेक्शन उन मरीजों को लगाया जाता है, जिनके खून में थक्का जम जाता है. हेपरिन इंजेक्शन खून को पतला करने का काम करता है.