हिसार: मनोहर सरकार प्रदेश में महिला सुरक्षा के लाख दावे क्यों ना करें, लेकिन सच यही है कि आज भी दुर्गा शक्ति ऐप के होते हुए पीड़िता के पास पहुंचने में पुलिस को 27 मिनट तक का समय लग जाता है. वो भी तब जब पीड़िता दुर्गा शक्ति ऐप पर फोन कर अपना नाम सहित पूरा पता बताती है. बता दें कि ये खुलाना रियलिटी चैक के दौरान सामने आया है. जो हरियाणा महिला आयोग की उपाध्यक्ष प्रीति भारद्वाज ने हिसार में किया.
रियलिटी चेक में फेल दुर्गा शक्ति ऐप !
दरअसल, हरियाणा महिला आयोग की उपाध्यक्ष प्रीति भारद्वाज हिसार पहुंची थी. इस दौरान उन्होंने महिला थाना और सिटी थाना हिसार का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद प्रीति भारद्वाज ने पत्रकारों के कहने पर दुर्गा शक्ति ऐप का रियलिटी चेक किया.
27 मिनट बाद प्रीति भारद्वाज तक पहुंची पुलिस
शाम 4 बजे प्रीति भारद्वाज ने दुर्गा शक्ति ऐप को डाउनलोड कर कॉल की. कॉल पंचकूला स्थित दुर्गा शक्ति के हेड क्वार्टर में लगा. हेड क्वार्टर से उन्हें बताया गया कि हिसार दुर्गा शक्ति को सूचित किया जा रहा है. इसके लगभग 15 मिनट बाद हिसार दुर्गा शक्ति से उन्हें कॉल आया. जिसमें उनका नाम, पति का नाम, लोकेशन पूछे गए और जल्द दुर्गा शक्ति भेजे जाने की बात कही गई.
नहीं आई कोई महिला पुलिस कर्मी
इस बीच पंचकूला हेड क्वार्टर से उन्हें तीन से चार बार कॉल आई. आखिरी कॉल में प्रीति भारद्वाज ने कहा कि दुर्गा शक्ति नहीं है तो नजदीक कोई पुलिसकर्मी है तो उन्हें भेज दिया जाए. प्रीति भारद्वाज की कॉल के बाद लगभग 27 मिनट बाद पुलिस लाइन एरिया से दो पुलिसकर्मी बाइक पर आए, लेकिन उनके साथ कोई महिला पुलिसकर्मी नहीं थी.
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इस रियलिटी चेक ने दुर्गा शक्ति की पोल खोलकर रख दी है. लगभग 27 मिनट का वक्त महिलाओं के विरुद्ध अपराध करने वाले अपराधियों के लिए बहुत ज्यादा होता है. खास बात ये है कि प्रीति भारद्वाज ने जो लोकेशन दुर्गा शक्ति को बताई उससे महज 200 से 300 मीटर की दूरी पर आईजी हिसार रेंज का दफ्तर है और शहर के मध्य स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में प्रीति भारद्वाज ने अपनी लोकेशन दुर्गा शक्ति को बताई. जिसके बावजूद पुलिस को उनतक पहुंचने में 27 मिनट का लंबा वक्त लग गया.
'गृह मंत्रालय को बताई जाएंगी कमियां'
वहीं रियलिटी चैक पर प्रीति भारद्वाज ने कहा कि दुर्गा शक्ति ऐप में कम्युनिकेशन की कमी उन्हें नजर आई. कॉल के बाद नाम, पति का नाम और लोकेशन पूछा जाना भी सही नहीं है. अगर किसी ने ऐप को डाउनलोड किया है तो लोकेशन अपने आप पहुंच जाती है और फोन नंबर भी पहुंच जाता है, बावजूद इसके इस तरह की डिटेल में वक्त जाया नहीं किया जाना चाहिए.