हिसार: पिछले तीन महीने से ज्यादा समय से किसान कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों का ये प्रदर्शन ना सिर्फ दिल्ली बॉर्डर पर बल्कि देश के हर राज्य में जारी है. किसानों का कहना है कि जब तक केंद्र सरकार तीन कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती. किसान आंदोलन को रद्द नहीं किया जाएगा.
गौरतलब है कि किसानों और सरकार के बीच आंदोलन को लेकर कई दौर की बातचीत भी हो चुकी है, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. वहीं दिल्ली में पड़ रही कड़ाके की ठंड के चलते अब तक सैकड़ों किसान अपनी जान गंवा चुके हैं. तीन कृषि कानूनों को लेकर किसानों को आज देश भर से समर्थन मिल राह है. वहीं नारनौंद में लोगों ने मानव श्रृंखला बना कर कृषि कानूनों का विरोध किया.
दरअसल नारनौंद उपमंडल के गांव राजथल के ग्रामीणों ने आज किसान आंदोलन के समर्थन में हांसी चंडीगढ़ मार्ग पर मानव श्रृंखला बनाकर विरोध किया. जींद व हिसार जिले की सीमा पर करीब पांच किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बना कर ग्रामीणों द्वारा 2 घंटे तीनों कृषि कानूनों का विरोध किया गया.
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ग्रामीणों ने बताया की सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानूनों के विरोध में आज हमने मानव श्रृंखला बनाई है. जो भी व्यक्ति हांसी-चंडीगढ़ मार्ग से गुजरेगा . उसको यहीं संदेश देंगे कि सरकार द्वारा लाए गए कानून के खिलाफ है. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानूनों को रद्द किया जाए और किसानों की सभी मांगें मानी जाए.
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