हिसारः मोटापे को किसी भी तरह से हल्के में नहीं लेना चाहिए. मोटापे को अधिकतर बीमारियों की जड़ माना जाता है. बेरियाट्रिक सर्जरी स्पेशलिस्ट डॉ. यशपाल सिंगला के मुताबिक मोटापा एक बहुत ही जटिल बीमारी है और ये व्यक्ति को मानसिक, शारीरिक, सामाजिक और आर्थिक तौर से प्रभावित करती है.
डॉक्टर ने बताया कि मोटे लोगों को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, यहां तक कि उनकी घरेलु जिदंगी में भी उसका असर होता है और तलाक तक की नौबत आ जाती है. डॉ. सिंगला ने मोटापे से हो रही बीमारियों को लेकर एक बैठक कर रहे थे.
क्यों बढ़ रहा है मोटापा?
बेरियाट्रिक सर्जरी स्पेशलिस्ट डॉ. यशपाल सिंगला ने बताया कि मोटापे की समस्या का प्रमुख कारण आरामदायक जीवन शैली व सामाजिक आदतें हैं. जिनमें लोग बगैर नियंत्रण के खाते हैं. वर्तमान में मोटापा बच्चों को भी प्रभावित कर रहा है और आने वाले दस साल में मोटापा की समस्या 5 गुणा तक बढ़ सकती है. उन्होंने बताया कि आज की जीवन शैली में बच्चे दिन भर मोबाइल या फिर लैपटाप व टीवी पर ज्यादा समय व्यतीत करते हैं जो मोटापा बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है.
मोटापे से होने वाली बीमारियां और उनका इलाज
हिसार के गीतांजली अस्पताल में सीनियर कंसल्टेंट और एडवांस्ड लेप्रोस्कोपिक एंड बेरियाट्रिक सर्जन डॉ.यशपाल सिंगला ने कहा कि मोटापा होने के कारण व्यक्ति में मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, गठिया और कैंसर जैसी बीमारियां हो जाती हैं. इसके इलाज के बारे में डॉ. यशपाल ने बताया कि बेरियाट्रिक सर्जरी यानी मोटापा कम करने की सर्जरी इसका सबसे कारगर इलाज है. टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के लिए ये सर्जरी सबसे सफल इलाज है.
ये भी पढ़ेंः सुशासन दिवस कार्यक्रम पर खेल मंत्री का बयान, कहा- प्रदेश से भ्रष्टाचार खत्म करना है
क्या है मेटाबॉलिक सर्जरी?
वजन को कंट्रोल करने के लिए मेटाबॉलिक सर्जरी को शुरू किया गया है. इसमें मरीज के पेट में अमाशय और आंत को छोटा कर दिया जाता है. जरूरत पड़ने पर पेट की अतिरिक्त चर्बी को भी निकाल दिया जाता है.
इससे मरीज को कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा. इसके बाद उनको कब और कितना खाना है, इसके लिए एक डाइटिशियन रखा जाएगा. डॉक्टर्स द्वारा तय डाईट चार्ट के हिसाब से खाना-पीना होता है.