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पेट्रोल पंप मशीन में नहीं हो सकती गड़बड़ी, छेड़खानी पर तेल की सप्लाई होगी ब्लॉक

पेट्रोल पंप पर तेल की क्वालिटी और क्वांटिटी को मैनेज करना आसान नहीं है. साथ ही अगर कहीं घपलेबाजी हो रही हो तो वहां इंडियन ऑयल एसोसिएशन की पैनी नजर होती है. हर महीने पेट्रोल पंप पर रुटीन चेक होता है. साथ ही जिला प्रशासन भी पेट्रोप पंपों के सैंपल की चेकिंग करता रहता है.

petrol pump oil quality
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Published : Mar 16, 2021, 9:03 PM IST

Updated : Mar 16, 2021, 10:50 PM IST

हिसार: पेट्रोल और डीजल की ऊंची कीमतें और पेट्रोल पंप पर होने वाली ठगी, इन दोनों से ही आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ता है. ऐसे में आपको पेट्रोल पंप पर तेल लेते समय ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए. इसी बीच ये सवाल भी पैदा होता है कि पेट्रोल पंप पर क्वालिटी और क्वांटिटी को कैसे मैनेज किया जाता है. आखिर कैसे तेल भरवाने आया शख्स तेल की गुणवत्ता पर भरोसा करे? इसी को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने पेट्रोलियम एक्सपर्ट रुपेंद्र मलिक से बातचीत की.

क्या तेल में मिलावट करना आसान है?

रुपेंद्र मलिक का कहना है तेल में मिलावट करना आसान नहीं है. अगर तेल के टैंक में पानी भरता है तो सबसे पहले वो पेट्रोल या डीजल में मिक्स नहीं होता और नीचे बैठ जाता है. मशीन हमेशा ऊपर से ही फ्यूल उठाती है. अगर पानी डाला भी जाए तो वो नीचे ही रह जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर किसी कारण से पानी आ भी जाए तो मशीन तक नहीं पहुंचेगा. मॉइस्चराइजर सेंसर तुरंत मशीन को ब्लॉक कर देगा और सप्लाई बंद हो जाएगी.

पेट्रोल पंप मशीन में नहीं हो सकती गड़बड़ी, छेड़खानी करने पर तेल की सप्लाई होगी ब्लॉक

मशीन में गड़बड़ी कर हो सकता है घपला?

अक्सर पंप पर तेल भरवाते समय एक बात मन में खटकती है कि कहीं पेट्रोल पंप मालिक नापतोल में कोई घपला तो नहीं कर रहा. तो इस सवाल पर रुपेंद्र मलिक कहते हैं कि अब अधिकतर पेट्रोल पंप पर नई मशीनें लगी हैं और इसमें गड़बड़ी संभव नहीं है. अगर फिर भी मशीन से कोई छेड़खानी हुई तो वो ब्लॉक हो जाएगी और इसका सीधा अलर्ट मुंबई हेड क्वार्टर जाएगा, यानी कि मशीन में गड़बड़ी करना इतना आसान नहीं है.

डीजल और पेट्रोल में मिलावट की शिकायतें प्रशासन और तेल कंपनियों को मिलती रहती हैं. इन शिकायतों पर जांच और सुनवाई जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग करता है. खाद्य आपूर्ति विभाग के पास जैसे ही क्वालिटी और क्वांटिटी से संबंधित शिकायत आती है तो संबंधित पेट्रोल पंप से सैंपल लिए जाते हैं और रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होती है.

ये भी पढे़ं- पेट्रोल पंप पर कम माप से ग्राहक परेशान, अधिकारी कह रहे हैं सभी ईमानदार, देखिए ये रिपोर्ट

बता दें कि बीते कुछ सालों में ऐसे कई वीडियो इंटरनेट पर वायरल हुए हैं, जिसमें पेट्रोल पंप पर गड़बड़ी की बात सामने आई है, लेकिन अधिकांश शिकायतों की जांच की तो कुछ सामने नहीं आया. वहीं प्रशासनिक अधिकारियों का साफ कहना है कि अगर पेट्रोल पंप पर लगी मशीनों में कोई तकनीकी खामी पाई जाती है तो उसे तुरंत सील कर ब्लॉक कर दिया जाता है.

हिसार जिले में औसतन रोजाना बिक्री

  • डीजल- 3 लाख लीटर
  • पेट्रोल- 1 लाख लीटर

पेट्रोल पंप की संख्या (240)

  • भारत पेट्रोलियम- 34
  • इंडियन ऑयल- 104
  • हिंदुस्तान पेट्रोलियम- 64
  • एस्सा- 6
  • अन्य- 2

ये भी पढे़ं- महंगे पेट्रोल ने होम डिलिवरी करने वालों की जेब पर डाला डाका, रोजी-रोटी का खड़ा हुआ संकट

हिसार: पेट्रोल और डीजल की ऊंची कीमतें और पेट्रोल पंप पर होने वाली ठगी, इन दोनों से ही आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ता है. ऐसे में आपको पेट्रोल पंप पर तेल लेते समय ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए. इसी बीच ये सवाल भी पैदा होता है कि पेट्रोल पंप पर क्वालिटी और क्वांटिटी को कैसे मैनेज किया जाता है. आखिर कैसे तेल भरवाने आया शख्स तेल की गुणवत्ता पर भरोसा करे? इसी को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने पेट्रोलियम एक्सपर्ट रुपेंद्र मलिक से बातचीत की.

क्या तेल में मिलावट करना आसान है?

रुपेंद्र मलिक का कहना है तेल में मिलावट करना आसान नहीं है. अगर तेल के टैंक में पानी भरता है तो सबसे पहले वो पेट्रोल या डीजल में मिक्स नहीं होता और नीचे बैठ जाता है. मशीन हमेशा ऊपर से ही फ्यूल उठाती है. अगर पानी डाला भी जाए तो वो नीचे ही रह जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर किसी कारण से पानी आ भी जाए तो मशीन तक नहीं पहुंचेगा. मॉइस्चराइजर सेंसर तुरंत मशीन को ब्लॉक कर देगा और सप्लाई बंद हो जाएगी.

पेट्रोल पंप मशीन में नहीं हो सकती गड़बड़ी, छेड़खानी करने पर तेल की सप्लाई होगी ब्लॉक

मशीन में गड़बड़ी कर हो सकता है घपला?

अक्सर पंप पर तेल भरवाते समय एक बात मन में खटकती है कि कहीं पेट्रोल पंप मालिक नापतोल में कोई घपला तो नहीं कर रहा. तो इस सवाल पर रुपेंद्र मलिक कहते हैं कि अब अधिकतर पेट्रोल पंप पर नई मशीनें लगी हैं और इसमें गड़बड़ी संभव नहीं है. अगर फिर भी मशीन से कोई छेड़खानी हुई तो वो ब्लॉक हो जाएगी और इसका सीधा अलर्ट मुंबई हेड क्वार्टर जाएगा, यानी कि मशीन में गड़बड़ी करना इतना आसान नहीं है.

डीजल और पेट्रोल में मिलावट की शिकायतें प्रशासन और तेल कंपनियों को मिलती रहती हैं. इन शिकायतों पर जांच और सुनवाई जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग करता है. खाद्य आपूर्ति विभाग के पास जैसे ही क्वालिटी और क्वांटिटी से संबंधित शिकायत आती है तो संबंधित पेट्रोल पंप से सैंपल लिए जाते हैं और रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होती है.

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बता दें कि बीते कुछ सालों में ऐसे कई वीडियो इंटरनेट पर वायरल हुए हैं, जिसमें पेट्रोल पंप पर गड़बड़ी की बात सामने आई है, लेकिन अधिकांश शिकायतों की जांच की तो कुछ सामने नहीं आया. वहीं प्रशासनिक अधिकारियों का साफ कहना है कि अगर पेट्रोल पंप पर लगी मशीनों में कोई तकनीकी खामी पाई जाती है तो उसे तुरंत सील कर ब्लॉक कर दिया जाता है.

हिसार जिले में औसतन रोजाना बिक्री

  • डीजल- 3 लाख लीटर
  • पेट्रोल- 1 लाख लीटर

पेट्रोल पंप की संख्या (240)

  • भारत पेट्रोलियम- 34
  • इंडियन ऑयल- 104
  • हिंदुस्तान पेट्रोलियम- 64
  • एस्सा- 6
  • अन्य- 2

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Last Updated : Mar 16, 2021, 10:50 PM IST
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