हिसार: ट्रक यूनियनों ने सरकार के खिलाफ एकबार फिर मोर्चा खोल दिया है. एक नवम्बर से लागू किए गए एक्ट को वापिस लेने के साथ कुल ग्यारह मांगों को लेकर हड़ताल कर रही है. इस हड़ताल में हिसार के ट्रक यूनियन ने भी अपना समर्थन दिया है.
अनिश्चितकालीन चक्काजाम में जिले के लगभग 4500 ट्रक शामिल हैं. एसोसिएशन का कहना है की पहले भी जंतर मंतर पर धरने के साथ साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भी अवगत करवाया गया था, लेकिन मांगें नहीं मानी गई. जिसके बाद अनिश्चित चक्का जाम किया गया है. एसोसिएशन ने आगामी रणनीति की जानकारी देते हुए बताया की यदि उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी तो सभी गाड़ियों को सड़क पर खड़ी कर चाबियां और परमिट सरकार को सौंप दिए जाएंगे.
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उन्होंने बताया कि अपनी मांगों के लिए जन्तर मंत्र पर हड़ताल करने के साथ साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भी पत्र के माध्यम से अवगत करवाया गया था, लेकिन एसोसिएशन की मांगों को लेकर कोई समाधान नहीं हुआ. सुनील शर्मा ने बताया की इसके बाद अब अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की गई है.
प्रमुख मांगों की जानकारी देते हुए बताया की एसोसिएशन की मांग डीजल को जीएसटी में लाना, थर्ड पार्टी इंश्योरेंस, नए मोटर व्हीकल एकट को लेकर कुल ग्यारह मांगें है. उन्होंने बताया कि हड़ताल को दूसरा दिन हो स चुका है किसी भी अधिकारी अथवा राजनेता का उनकी मांगों को लेकर संपर्क नहीं हुआ है और ना ही उन्हें कोई आश्वासन दिया गया है. उन्होंने बताया की यूनियन को सभी कमर्शियल वाहन मालिकों का साथ मिल रहा है जिसमें टैक्सी और ऑटो भी शामिल है.