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ट्रक यूनियनों की देशव्यापी हड़ताल में हिसार के ट्रांसपोर्टर भी शामिल - हिसार ट्रक यूनियन का हड़ताल को समर्थन

एसोसिएशन का कहना है की पहले भी जंतर मंतर पर धरने के साथ साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भी अवगत करवाया गया था, लेकिन मांगें नहीं मानी गई. जिसके बाद अनिश्चित चक्का जाम किया गया है.

hissar truck union supporting national level strike
ट्रक यूनियनों की देशव्यापी हड़ताल में हिसार के ट्रांसपोर्टर भी शामिल
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Published : Nov 27, 2019, 12:01 AM IST

हिसार: ट्रक यूनियनों ने सरकार के खिलाफ एकबार फिर मोर्चा खोल दिया है. एक नवम्बर से लागू किए गए एक्ट को वापिस लेने के साथ कुल ग्यारह मांगों को लेकर हड़ताल कर रही है. इस हड़ताल में हिसार के ट्रक यूनियन ने भी अपना समर्थन दिया है.

अनिश्चितकालीन चक्काजाम में जिले के लगभग 4500 ट्रक शामिल हैं. एसोसिएशन का कहना है की पहले भी जंतर मंतर पर धरने के साथ साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भी अवगत करवाया गया था, लेकिन मांगें नहीं मानी गई. जिसके बाद अनिश्चित चक्का जाम किया गया है. एसोसिएशन ने आगामी रणनीति की जानकारी देते हुए बताया की यदि उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी तो सभी गाड़ियों को सड़क पर खड़ी कर चाबियां और परमिट सरकार को सौंप दिए जाएंगे.

देशव्यापी हड़ताल में हिसार के ट्रांसपोर्टर भी शामिल, देखिए वीडियो

ये पढ़ें- नलवा से विधायक रणबीर गंगवा बने विधानसभा के डिप्टी स्पीकर, जानें उनका राजनीतिक सफर

उन्होंने बताया कि अपनी मांगों के लिए जन्तर मंत्र पर हड़ताल करने के साथ साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भी पत्र के माध्यम से अवगत करवाया गया था, लेकिन एसोसिएशन की मांगों को लेकर कोई समाधान नहीं हुआ. सुनील शर्मा ने बताया की इसके बाद अब अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की गई है.

प्रमुख मांगों की जानकारी देते हुए बताया की एसोसिएशन की मांग डीजल को जीएसटी में लाना, थर्ड पार्टी इंश्योरेंस, नए मोटर व्हीकल एकट को लेकर कुल ग्यारह मांगें है. उन्होंने बताया कि हड़ताल को दूसरा दिन हो स चुका है किसी भी अधिकारी अथवा राजनेता का उनकी मांगों को लेकर संपर्क नहीं हुआ है और ना ही उन्हें कोई आश्वासन दिया गया है. उन्होंने बताया की यूनियन को सभी कमर्शियल वाहन मालिकों का साथ मिल रहा है जिसमें टैक्सी और ऑटो भी शामिल है.

हिसार: ट्रक यूनियनों ने सरकार के खिलाफ एकबार फिर मोर्चा खोल दिया है. एक नवम्बर से लागू किए गए एक्ट को वापिस लेने के साथ कुल ग्यारह मांगों को लेकर हड़ताल कर रही है. इस हड़ताल में हिसार के ट्रक यूनियन ने भी अपना समर्थन दिया है.

अनिश्चितकालीन चक्काजाम में जिले के लगभग 4500 ट्रक शामिल हैं. एसोसिएशन का कहना है की पहले भी जंतर मंतर पर धरने के साथ साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भी अवगत करवाया गया था, लेकिन मांगें नहीं मानी गई. जिसके बाद अनिश्चित चक्का जाम किया गया है. एसोसिएशन ने आगामी रणनीति की जानकारी देते हुए बताया की यदि उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी तो सभी गाड़ियों को सड़क पर खड़ी कर चाबियां और परमिट सरकार को सौंप दिए जाएंगे.

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उन्होंने बताया कि अपनी मांगों के लिए जन्तर मंत्र पर हड़ताल करने के साथ साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भी पत्र के माध्यम से अवगत करवाया गया था, लेकिन एसोसिएशन की मांगों को लेकर कोई समाधान नहीं हुआ. सुनील शर्मा ने बताया की इसके बाद अब अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की गई है.

प्रमुख मांगों की जानकारी देते हुए बताया की एसोसिएशन की मांग डीजल को जीएसटी में लाना, थर्ड पार्टी इंश्योरेंस, नए मोटर व्हीकल एकट को लेकर कुल ग्यारह मांगें है. उन्होंने बताया कि हड़ताल को दूसरा दिन हो स चुका है किसी भी अधिकारी अथवा राजनेता का उनकी मांगों को लेकर संपर्क नहीं हुआ है और ना ही उन्हें कोई आश्वासन दिया गया है. उन्होंने बताया की यूनियन को सभी कमर्शियल वाहन मालिकों का साथ मिल रहा है जिसमें टैक्सी और ऑटो भी शामिल है.

Intro:एंकर - ट्रक यूनियनों ने सरकार के खिलाफ एकबार फिर मोर्चा खोल दिया है। एक नवम्बर से लागु किए गए एक्ट को वापिस लेने, बीमें की दरों में कटौती, परमिट फ़ीस में कमी, टैक्स में कटौती, टोल टैक्स में कटौती के साथ साथ डीजल को जीएसटी में लिए जाने सहित कुल ग्यारह मांगों को लेकर आल इण्डिया दी भाईचारा ट्रक वैलफेयर एसोसिएशन की देशव्यापी हड़ताल के समर्थन में दी ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन हिसार भी अनिश्चितकालीन हड़ताल में शामिल हो चुकी है। अनिश्चितकालीन चक्काजाम में जिले के लगभग 4500 ट्रक शामिल हैं। एसोसिएशन का कहना है की पहले भी जंतर मन्त्र पर धरने के साथ साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भी अवगत करवाया गया था लेकिन मांगें नहीं मानी गई जिसके बाद अनिश्चित चक्का जाम किया गया है। एसोसिएशन ने आगामी रणनीति की जानकारी देते हुए बताया की यदि उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी तो सभी गाड़ियों को सड़क पर खड़ी कर चाबियां और परमिट सरकार को सौंप दिए जाएंगे।


वीओ - दी ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन हिसार से सुनील शर्मा ने बताया की आल इण्डिया दी भाई चारा ट्रक वैलफेयर एसोसिएशन की देशव्यापी हड़ताल को समर्थन देते हुए ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन हिसार ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की है। उन्होंने बताया की अपनी मांगों के लिए जन्तर मंत्र पर हड़ताल करने के साथ साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भी पत्र के माध्यम से अवगत करवाया गया था लेकिन एसोसिएशन की मांगों को लेकर कोई समाधान नहीं हुआ। सुनील शर्मा ने बताया की इसके बाद अब अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की गई है। प्रमुख मांगों की जानकारी देते हुए बताया की एसोसिएशन की मांग डीजल को जीएसटी में लाना, थर्ड पार्टी इंस्युरेन्स, नए मोटर व्हीकल एकट को लेकर कुल ग्यारह मांगें है। उन्होंने बताया की हड़ताल को दूसरा दिन हो स चुका है किसी भी अधिकारी अथवा राजनेता का उनकी मांगों को लेकर संपर्क नहीं हुआ है और ना ही उन्हें कोई आश्वासन दिया गया है। उन्होंने बताया की यूनियन को सभी कमर्शियल वाहन मालिकों का साथ मिल रहा है जिसमें टैक्सी और ऑटो भी शामिल है।

आगामी रणनीति की जानकारी देते हुए सुनिल कुमार ने बताया की यदि उनकी मांगों को लेकर सरकार गंभीर नहीं होती है तो सभी गाड़ियों को रोड़ पर खड़ा करते हुए परमिट और गाड़ी की चाबियां सरकार के हवाले कर दी जाएंगी।

बाइट - सुनील शर्मा, दी ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन हिसार।

Body:वीओ - वाहन मालिक सुरेश कुमार ने बताया की गाड़ी मालिकों को भरी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया की जगह जगह टोल, बीमे और टैक्स थोपे जा रहे है। वहीं नए मोटर व्हीकल एक्ट पर बोलते हुए उन्होंने कहा की गाड़ियों के चालान इतने भरी भरकम काटे जा रहे है की गाड़ी मालिकों के पास कुछ नहीं बच पाता गाड़ियों की किश्ते भरना भी दूभर हो गया है। मांगों को लेकर जानकारी देते हुए सुरेश कुमार ने बताया की एक नवम्बर से लागु किए गए एक्ट को वापिस लेते हुए बीमें की दरों में कटौती, परमिट फ़ीस में कमी, टैक्स में कटौती, टोल टैक्स में कटौती के साथ साथ डीजल को जीएसटी में लिया जाना चाहिए ताकि वाहन मालिक रोजी रोटी कमा सकें।

बाइट - सुरेश कुमार, गाड़ी मालिक।Conclusion:
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