हिसार: चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार (Chaudhary Charan Singh Agricultural University Hisar) के एग्री बिजनेस इंक्युबेशन सेंटर (एबिक) को राष्ट्रीय स्तर पर बेस्ट इंक्यूबेशन सेंटर का अवार्ड (Best Incubation Center Award) मिला है. ये अवार्ड खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने दिल्ली में एग्री फूड-इम्पावरिंग इंडिया अवार्ड-2021 के लिए आयोजित एक समारोह में विश्वविद्यालय के कुलपति एवं एबिक के चेयरमैन प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज को दिया.
एबिक को देशभर के कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में बिजनेस इंक्यूबेटर के बीच विजेता के रूप में चुना गया है. कुलपति प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज ने कहा कि एग्री फूड-इम्पावरिंग इंडिया अवार्ड-2021 के तहत एबिक को चुना जाना एक प्रेरणा के रूप में काम करेगा. इस अवार्ड के साथ ही देशभर में साबित कर दिया है कि एबिक अपने उद्देश्य की प्राप्ति के लिए सही दिशा में काम कर रहा है. अब और भी बेहतर तरीके से काम किया जाएगा. उन्होंने इस उपलब्धि के लिए एबिक के नोडल अधिकारी व उनकी टीम सहित विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों एवं कर्मचारियों को बधाई दी.
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एचएयू में नाबार्ड व आरकेवीवाई के तहत एग्री बिजनेस इंक्यूबेशन सेंटर (एबिक) की स्थापना का मुख्य उद्देश्य बेरोजगार युवाओं, छात्रों, किसानों और कृषि उद्यमियों को न केवल सक्षम बनाना है बल्कि स्वयं का रोजगार स्थापित करते हुए दूसरों के लिए भी रोजगार के अवसर भी मुहैया करवाना है. यहां से जुड़कर युवा स्टार्टअप, स्वयं का रोजगार स्थापित कर दूसरों को भी रोजगार मुहैया करवा रहे हैं.
विश्वविद्यालय में स्थित यह केंद्र न केवल चयनित स्टार्टअप को तकनीकी सहायता प्रदान करता है बल्कि जरूरत के अनुसार उन्हें आर्थिक सहायता भी प्रदान करता है. एबिक युवा व किसानों को उनके उत्पाद की प्रोसेसिंग, मूल्य संवर्धन, पैकेजिंग, सर्विसिंग व ब्रांडिंग जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के लिए सहायता प्रदान करता है ताकि वे अपने व्यवसाय को अच्छे से स्थापित कर सकें. कृषि और संबंधित क्षेत्रों में किसान को खुद का व्यवसाय खड़ा करने के लिए कंपनी बनाना, लाइसेंस लेना व उनके नवाचार को पेटेंट प्रदान करने व उत्पाद को मार्केट में बेचने में मदद करने के लिए वर्ष 2019 में इसकी स्थापना की गई थी.
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अब तक एबिक के माध्यम से 101 स्टार्टअप्स का चयन करते हुए उन्हें सभी सुविधाओं के साथ-साथ दो महीने का तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया गया है. अब तक 62 स्टार्टअप्स ने न केवल अपनी आय अर्जित करनी शुरू की है साथ ही दूसरों को भी रोजगार प्रदान किया है. इस साल भी स्टार्टअप्स के लिए 210 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं जिनको चयन प्रक्रिया से गुजरने के बाद तकनीकी एवं आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी.
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