हिसार: कहा जाता है कि भाषा कोई भी हो, उसका आभामंडल उसकी परिधि में आने वाले लोगों प्रभावित करता है. लेकिन अगर प्रभाव किसी पर हावी हो जाए तो क्या कहेंगे. भारतवासियों पर ऐसा ही प्रभाव अंग्रेजी भाषा ने डाला है. क्योंकि आज के समय में अंग्रेजी भाषा करियर के कामयाबी तक जाने की सीढ़ी बन चुका है और भारत की विभिन्न संस्कृतियों के बीच अंग्रेजी सेतु का काम कर रही है.
'हर क्षेत्र में अंग्रेजी उपयोगी'
आज हिंदी दिवस के मौके पर ईटीवी भारत की टीम हिसार पहुंची और छात्रों से जाना कि आज के समय में लोग हिंदी से ज्यादा अंग्रेजी को क्यों महत्व दे रहे हैं. तो युवाओं का कहना था कि हर क्षेत्र में अंग्रेजी लोगों के लिए उपयोगी बन रही है. अगर आपको इंग्लिश नहीं आती तो आपको किसी भी प्राइवेट सेक्टर में जॉब लेना मुश्किल हो जाता है.
'माता-पिता की भी चाह बच्चे बोले इंग्लिश'
छात्रों ने बताया कि आज बच्चों के माता-पिता भी यही चाहते हैं कि उनका बच्चा अंग्रेजी माध्यम स्कूल में जाए. ताकि वो अच्छी इंग्लिश बोल सकें.
'इंग्लिश बोलने वाले को देखा जाता अलग नजरिए से'
उनका कहना है कि भारत में विभिन्न भाषाएं बोली जाती हैं लेकिन इंग्लिश एक ऐसी भाषा है, जो लगभग सभी प्रदेशों में बोली जाती है. छात्रों के अनुसार स्कूल कॉलेज में इंग्लिश अच्छी बोलने वाले छात्रों को एक अलग नजरिए से देखा जाता है और हिंदी बोलने वाले को अलग नजरिए से देखा जाता है. टीचर्स भी उन बच्चों को होशियार मानते हैं जिसे अच्छी इंग्लिश आती है.