हिसार: हांसी में सरसों खरीद को लेकर प्रशासन की तैयारियां फेल होती नजर आ रही है. अनाज मंडी में पूरे दिन सरसों की खरीद नहीं हुई और किसान पूरे दिन परेशान होते रहे. आढ़तियों ने परचेजिंग एजेंसी हैफेड के मॉयश्चर मीटर में गड़बड़ी होने का आरोप लगाते हुए खरीद करने से इंकार कर दिया.
शाम करीब 4 बजे कमीश्नर विनय सिंह अनाज मंडी पहुंचे और मार्केट कमेटी के अधिकारियों और आढ़तियों के साथ मिलकर मॉयश्चर मीटर चेक किए. इस दौरान उन्हें गड़बड़ी मिली. कमीश्नर तय मानकों के नए मीटरों से सरसों परचेज करने के निर्देश देकर चले गए, लेकिन मंडी आढ़तियों ने हैफेड अधिकारी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए सरसों खरीद करने से साफ इंकार कर दिया. अनाज मंडी एसोसिएशन के प्रधान राम अवतार तायल ने बताया की मॉयश्चर मीटर में अधिकारियों ने छेड़छाड़ कर रखी है.
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उन्होंने कहा कि मंडी के आढ़ती तब तक सरसों खरीद नहीं करेंगे, जब तक हैफेड के भ्रष्ट अधिकारी का तबादला नहीं होता. कोरोना संकट के इस समय में हम प्रशासन का पूरा सहयोग देने को तैयार है, बशर्ते हैफेड अधिकारी का तबादला किया जाए.
आपको बता दें कि सरसों की खरीद के लिए सुबह की शिफ्ट में 25 किसानों को अनाज मंडी में बुलाया गया था. किसान सुबह ही अपने फसलों को लेकर मंडी में पहुंच गए. हैफेड ने अपने सरसों की खरीद शुरू करने के लिए अपने मीटर से सरसों की ढेरियों का मॉयश्चर चेक करने लगे. आढ़तियों का आरोप है कि हैफेड के मीटरों और मार्केट कमेटी के मॉयश्चर मीटरों में कई प्वाइंट का अंतर था.
इस पर आढ़तियों ने हंगामा करते हुए खरीद बंद कर दी और हैफेड मैनेजर की तबादले की मांग कर डाली. उन्होंने बताया कि प्रशासन की लापरवाही की खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है.