हिसार: धिगताना गांव में रिटायर्ड फौजी ठगी का शिकार हो गया. खबर है कि बेटे को हरियाणा पुलिस में नौकरी लगवाने के नाम पर रिटायर्ड फौजी के साथ चार लाख रुपये की ठगी की गई. जिसकी शिकायत पर पुलिस ने धिगताना गांव के सरपंच प्रदीप यादव और न्योली कलां गांव के कृष्ण नंबरदार के खिलाफ मामला दर्ज किया. पुलिस को दी शिकायत में रिटायर्ड फौजी बलवान सिंह ने बताया कि उसके गांव के सरपंच प्रदीप यादव से दोस्ती थी.
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एक बार बातचीत के दौरान बलवान सिंह ने सरपंच प्रदीप से कहा कि मैंने अपने बेटे वेदप्रकाश का हरियाणा पुलिस का फार्म भर रखा है. मैं उसको पुलिस में सिपाही लगवाना चाहता हूं. इसपर सरपंच प्रदीप ने कहा कि मेरे पास एक आदमी है. जिसने पहले भी कई लड़कों को नौकरी पर लगवाया है. उसकी ऊपर के अधिकारियों के साथ अच्छी पहचान है. प्रदीप ने कहा कि 12 लाख रुपये लगेंगे, जो ऊपर भी अधिकारियों को देने होते हैं.
इसके बाद बलवान ने प्रदीप से 10 लाख रुपये में डील कर ली. इसके बाद बलवान ने अपने बेटे वेद प्रकाश का रोल नंबर सरपंच प्रदीप को दे दिया. प्रदीप ने पहले 4 लाख रुपये की डिमांड की और 6 लाख रुपये नौकरी ज्वाइन करने के बाद देने की बात कही. इसके बाद बलवान ने एक लाख रुपये ब्याज पर लिए. 22 नवंबर 2021 को बलवान और प्रदीप हिसार बस अड्डे के पास पीएनबी पहुंचे. वहां पर प्रदीप का जानकार न्याना वासी कृष्ण नंबरदार पहले से ही मौजूद था.
बलवान ने तीन लाख रुपये बैंक खाते से निकलवाए. कुल चार लाख रुपये बलवान ने सरपंच प्रदीप को नकद सौंप दिए. बलवान के मुताबिक इन बातों को दो साल का वक्त बीत चुका है. ना तो उसके बेटे की नौकरी लगी और ना ही सरपंच ने उसको पैसे लौटाए. जब बलवान ने प्रदीप से अपने पैसे वापस मांगे तो प्रदीप ने चार लाख रुपये वापस करने से साफ इंकार कर दिया. रिटायर्ड फौजी बलवान की शिकायत पर पुलिस ने धिगताना गांव के सरपंच प्रदीप यादव और न्योली कलां वासी कृष्ण नंबरदार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस के मुताबिक जल्द ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जाएगा.