हिसार: तीनों कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के द्वारा बीजेपी जेजेपी नेताओं का लगातार विरोध किया जा रहा है. ताजा मामला हिसार के रामायण टोल प्लाजा का है जहां शनिवार को हिसार दिल्ली नेशनल हाइवे से गुजर रहे बीजेपी के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा (Ramchandra Jangra) की गाड़ी को घेर कर किसानों ने रुकवा लिया और उन्हें काले झंडे दिखाए. किसानों ने रामचंद्र जांगड़ा से सवाल पूछा कि आप किसानों के सपोर्ट में हैं या खिलाफ हैं तो सांसद ने कहा कि मैं खुद किसान हूं, मैं किसानों के सपोर्ट में हूं.
सांसद के जवाब पर किसानों ने कहा कि आप बयान तो हमारे खिलाफ देते हैं, तो सांसद ने कहा कि मैंने एक निजी चैनल पर अपने शब्द वापस ले लिए थे तो अब बात ही खत्म हो गई है. इतनी बात होने के बाद भी मामला ठंडा नहीं हुआ और किसानों ने सांसद से अपने बयानों के लिए माफी मांगने को कहा. मामला खींचता देख राज्यसभा सांसद ने भी कहा कि मेरे बयानों से किसी को ठेस पहुंची है तो मैं अपने शब्द वापस लेता हूं. इतनी कहासुनी के बाद किसानों ने सांसद रामचंद्र जांगड़ा की गाड़ी के आगे से बैरियर हटा दिए और उन्हें जाने दिया.
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बता दें कि, बीजेपी राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा किसानों और किसान आंदोलन के खिलाफ कई बार बयान दे चुके हैं. उन्होंने सबसे पहले कहा था कि ये आंदोलन किसानों का नहीं है बल्कि कांग्रेस के इशारे पर ये आंदोलन किया जा रहा है. राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने किसानों के लिए शराबी, निठल्ले जैसे शब्दों का प्रयोग किया था. वहीं हाल ही में रामचन्द्र जांगड़ा ने केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी के उस बयान समर्थन किया था, जिसमें लेखी ने किसानों को नशेड़ी-मवाली कहा था. जांगड़ा ने कहा था कि जो धरने पर बैठे हैं, वे नशेड़ी और मव्वाली ही हैं. इसके बाद किसानों ने जोरदार विरोध किया तो रामचन्द्र जांगड़ा ने माफी मांगी थी.