हिसार: जिले की राखीगढ़ी में सरकार आइकोनिक म्यूजिम बनाने की योजना बना रही है. सरकार ने इसके लिए साल 2020-2021 के बजट में यहां म्यूजिम बनाने के लिए अलग से बजट का प्रावधान किया है.
इसके साथ ही सरकार ने अन्य चार पुरातात्विक स्थलों को विकसित करने की घोषणा भी की है. कुल मिलाकर सरकार इन पांच जगहों पर पुरातत्व स्थल बनाएगी. ये पांच स्थल राखीगढ़ी, हस्तिनापुर, शिवसागर, धोलावीरा और आदिचनल्लूर हैं.
सिंधु घाटी सभ्यता का स्थल है राखीगढ़ी
हरियाणा जिले के हिसार की राखीगढ़ी में करीब 65 सौ ईसा पूर्व की सिंधु घाटी सभ्यता है. ये जगह दिल्ली से करीब 150 किलोमीटर दूर है. भारतीय पुरातत्व विज्ञान और डीएनए विशेषज्ञों की टीम ने यहां कई बार रिसर्च की है. जिससे पता चला कि ये जगह करीब 6500 ईसा पूर्व की है.
करीब 300 हेक्टेयर में फैली है जगह
जब यहां खुदाई की गई तो रिसर्च के दौरान मिले कंकालों की कार्बन डेटिंग से पता चला कि ये प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता से संबंधित हैं. ये जगह हिसार के पास करीब 300 हेक्टेयर में फैली हुई है. यहां कुछ हड़प्पा काल से जुड़ी निशानियां भी मिली हैं, जो कि लगभग 2800-2300 ईसा पूर्व की हैं. इसकी मिट्टी में सिंधु घाटी सभ्यता के सबसे बड़े शहर के अवशेष हैं.
यहां का ड्रेनेज सिस्टम
यहां के मकानों में जो ईंटे लगी थी उनकी चौड़ाई करीब 1.92 मीटर थी. इस समय का ड्रेनेज सिस्टम आधुनिक सफाई व्यवस्था के लिए काफी अहम हो सकता है. लोग मिट्टी के बर्तन बनाने, चित्रकारी और बुनाई की कला में पारंगत थे.
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दुनियाभर से लोग इस जगह को देखने के लिए आते हैं. राखीगढ़ी के बाशिंदों ने राज्य सरकार को एक म्युजियम बनाने के लिए छह एकड़ जमीन दान की थी. राखीगढ़ी की पहचान 1963 में उस स्थल के रूप में की गई. जहां सिंधु घाटी सभ्यता के अवशेष मौजूद हैं.