हिसार: अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव बजरंग गर्ग ने व्यापारी प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. बैठक में कहा कि केंद्र सरकार द्वारा तीन कृषि कानून के विरोध में किसान संगठनों द्वारा 26 मार्च को भारत बंद का जो आह्वान किया है उसमें हरियाणा की सभी मंडियां 26 मार्च को हड़ताल पर रहेंगी.
उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानून से देश का किसान ही नहीं आढ़ती व मजदूर भी बर्बाद हो जाएगा. कृषि कानून के तहत देश व प्रदेश में प्राइवेट मंडिया बनेगी. प्राइवेट मंडियां बनने से धीरे-धीरे करके सरकारी मंडियां बंद हो जाएगी. जब देश व प्रदेश में प्राइवेट मंडियां बनेगी, तो किसान की फसल एमएसपी पर कौन खरीदेगा.
बजरंग गर्ग ने कहा कि किसान आंदोलन को व्यापार मंडल का खुला समर्थन है. किसान व व्यापारी का चोली दामन का साथ है. किसान के खेत में दाने होंगे तो ही देश में व्यापार चलेगा और अर्थव्यवस्था मजबूत होगी. सरकार तीन कृषि कानून लागू करके अडानी व अंबानी को लाभ पहुंचान चाहती है, जबकि कृषि कानून किसान, आढ़ती, मजदूर व आम जनता के हित में नहीं है.
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उन्होंने कहा कि कृषि कानून से बड़ी-बड़ी कंपनियां सब्जी व फलों की तरह अनाज का स्टोक करके देश में पहले से कई गुणा ज्यादा महंगाई को बढ़ावा देगी. कृषि कानून में अनाज की स्टोक सीमा समाप्त करके सरकार जमाखोरी को बढ़ावा देने के साथ-साथ भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने जा रही है, जो किसी भी तरह देश हित में नहीं है.
बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार को हर अनाज की खरीद मंडी के आढ़तियों के माध्यम से करनी चाहिए और फसल का भुगतान पहले की तरह आढ़तियों के माध्यम से ही करना चाहिए. मगर सरकार व्यापारी व किसानों का भाईचारा खराब करने के लिए नए-नए नियम बनाने में लगी हुई है. अगर सरकार ने अनाज की खरीद व उसका भुगतान आढ़तियों के माध्यम से नहीं किया तो हरियाणा के सभी आढ़ती अनिश्चित काल हड़ताल पर चले जाएंगे.
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