गुरुग्राम: लॉकडाउन लागू करने के बाद जो लोग जहां थे वहीं रह गए थे. इसके बाद लोग तरह-तरह के तरकीब निकालकर घर जाने की कोशिश कर रहे हैं. इसी बीच गुरुग्राम पुलिस ने 76 ऐसे लोगों को पकड़ा है, जो एक कैंटर में छुपकर उत्तर प्रदेश जा रहे थे.
बता दें कि ये लोग कैंटर में छुपकर पंजाब से गोरखपुर जा रहे थे. दरअसल कैंटर चालक समेत कुल तीन आरोपी को पुलिस ने पकड़ा है. ये तीनों पंजाब के लुधियाना से 70 लोगों को झूठा दिलासा देकर गोरखपुर लेकर जा रहे थे. ये लोग हर व्यक्ति से तीन हजार रुपये किराया ले रहे थे. आरोपियों ने इन लोगों से कहा कि उनके पास कर्फ्यू पास है.
बहरहाल फरुखनगर थाना पुलिस ने कैंटर को जब्त कर चालक समेत तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल लॉकडाउन के बाद ही पुलिस ने नाकों पर निगरानी बढ़ा दिया था.
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ऐसे में आज सुबह करीब 3 बजे कैंटर केएमपी एक्सप्रेसवे पर जब पहुंचा तो पुलिस ने नाके पर कैंटर से पूछताछ की तो पता चला कि आरोपी बिहार के रहने वाले 76 लोगों को बहला-फुसलाकर गोरखपुर से आगे बिहार बॉर्डर तक छोड़ने के लिए ले जा रहे थे. वहीं कैंटर में बैठी सवारियों में महिला समेत दो बच्चे भी शामिल थे.
कैंटर में बैठे सवारियों ने पुलिस को बताया कि कैंटर चालक ने लुधियाना से दो हजार प्रति व्यक्ति से लेकर इनको बिहार बॉर्डर गोरखपुर तक ये कहकर छोड़ने जा रहा था कि उनके पास अनुमति है, लेकिन बीच रास्ते में ही डरा धमका कर इन्होंने प्रति व्यक्ति से एक हजार रुपेय और वसूल लिए. पुलिस ने सवारियों की शिकायत पर चालक समेत तीन लोगों पर मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है.
एसीपी क्राइम प्रितपाल सिंह ने बताया कि 76 लोगों को मानेसर के शेल्टर होम में भर्ती कराया गया है, लेकिन सवाल यहां ये उठता है कि लुधियाना से गुरुग्राम तक करीब 350 किलोमीटर के बीच कैसे कैंटर चालक ने पुलिस को चकमा दे दिया. पंजाब पुलिस से लेकर हरियाणा पुलिस तक के कई नाको को चकमा देकर केंटर गुरुग्राम तक कैसे पहुंचा?