गुरुग्राम: साइबर सिटी गुरुग्राम में बिल्डरों की मनमानी के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे. गुरुग्राम सेक्टर 37 में आशियारा अफॉर्डेबल हाउसिंग के नाम से एक प्रोजेक्ट को शुरू किया गया. जिसमें इंपीरिया स्ट्रक्चर्स लिमिटेड और मैसर्स रेणुका ट्रेडर्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने मिलकर काम को पूरा करने की जिम्मेदारी ली. मगर अब तक ना तो काम पूरा हुआ है और ना ही निवेशकों को कोई संतोषजनक जवाब दिया गया है.
बिल्डर से परेशान निवेशक या तो प्रोजेक्ट के बाहर गेट पर विरोध प्रदर्शन करते नजर आते हैं. या कभी हरेरा और डीटीसीपी के कार्यालयों का चक्कर काटते नजर आते हैं. मंगलवार को निवेशकों ने बिल्डर के खिलाफ प्रदर्शन किया. उनका साफ तौर पर कहना है कि 31 जनवरी 2023 को उन्हें आशियारा अफॉर्डेबल हाउसिंग सोसाइटी में बिल्डर के द्वारा पोजेशन दी जानी थी. मगर टावर के हालात साफ बता रहे हैं कि अभी एक से डेढ़ साल और लगेगा, क्योंकि टावर का सिर्फ 60% काम ही पूरा किया गया है.
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गुरुग्राम में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि उनकी कोई सुनने वाला नहीं है. आए दिन वो अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने के मजबूर है. वो हर डिपार्टमेंट के चक्कर काट चुके हैं, लेकिन अभी तक उनकी किसी ने नहीं सुनी. उन्होंने प्रशासन और सरकार से अपील की है कि या तो उनको उनके पैसे वापस दिलवा दिए जाए या फिर फ्लैट्स को जल्द तैयार कर उन्हें सौंप दिए जाए. ताकि वो आराम से अपने घरों में रह सकें. निवेशकों ने कहा कि अगर सरकार और प्रशासन ने उनकी मांगें नहीं मानी तो आने वाले वक्त में वो बड़े प्रदर्शन को मजबूर हो जाएंगें.