गुरुग्राम: इसे कुख्यात गैंगस्टर का खौफ कहें या कुछ और कि जिला प्रशासन द्वारा गैंग्स्टर सूबे गुर्जर की प्रॉपर्टी कुर्की के लिए गांव की चौपाल में पहुंची तो सही, लेकिन कोई खरीददार न होने से तमाम प्रशासनिक अमले को बैरंग वापिस लौटना पड़ा.
ये भी पढ़ें: गुरुग्राम: ब्लाइंड मर्डर केस में पुलिस को मिली कामयाबी, आरोपी ने पत्थरों से कुचल कर की थी दोस्त की हत्या
दरअसल कई अपराधिक मामलों में वांछित कुख्यात गैंगस्टर सूबे गुर्जर बीते 4 साल से हत्या के दो मामलो में गुरुग्राम पुलिस की गिरफ्त से बाहर है और उसी पर नकेल कसने के लिए गुरुग्राम पुलिस ने गैंगस्टर की प्रॉपर्टी को केस के साथ अटैच किया था. लेकिन गैंगस्टर की गिरफ्तारी संभव नहीं हो पाई.
ये भी पढ़ें: गुरुग्राम पुलिस ने 2 शातिर बदमाशों को किया काबू, ऐसे दे रहे थे लूट की वारदात को अंजाम
इसके बाद तमाम हथकंडे अपनाने के बाद पुलिस कमिश्नर ने सूबे की प्रॉपर्टी की नीलामी करने का फैसला लिया, लेकिन गुरुग्राम के खेड़की दौला थाना क्षेत्र के बार गुर्जर गांव की चौपाल में रखी गयी नीलामी में न कोई खरीददार पहुंचा और न ही उसके परिजन.
वही इस मामले में तहसीलदार की माने तो सूबे गुर्जर की प्रोपर्टी की नीलामी के लिए आये थे लेकिन कोई खरीदार नीलामी में हिस्सा लेने नहीं पहुंचा. अब सभी टीमें सूबे गुर्जर की एक और प्रोपर्टी जो कि मानेसर के प्रकाश अस्पताल के पीछे तकरीबन 17 मरले का प्लाट है, वहां जाएगी और नीलामी की प्रक्रिया को अमल में लाया जाएगा.
आपको बता दें कि जिला प्रशासन ने गांव में सूबे गुर्जर की प्रॉपर्टी नीलामी के इश्तिहार भी चस्पा किये थे, लेकिन न कोई गांव का और न ही कोई बाहर का खरीदार इस ऑक्शन में आया.
ये भी पढ़ें: कंपनी से 35 लाख की चोरी के मामले में गुरुग्राम पुलिस ने 3 आरोपियों को किया काबू
गौरतलब है कि गैंगस्टर सूबे गुर्जर हरियाणा पुलिस की मोस्टवांटेड लिस्ट की टॉप 10 में शामिल है और इसी के चलते हरियाणा पुलिस ने इसकी गिरफ्तरी पर 5 लाख का ईनाम भी घोषित किया हुआ है, लेकिन बावजूद इसके गैंग्स्टर की गिरफ्तरी गुरुग्राम पुलिस के लिए चुनौती बनती जा रही है.