गुरुग्राम: गणतंत्र दिवस 2019 पर दक्षिण अफ्रिका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारों पर तिरंगा फहराने वाली फतेहाबाद की मनीषा ने एक नया कीर्तिमान रच दिया है/फतेहाबाद के बनगांव की बेटी मनीषा ने माउंट एवरेस्ट की चोटी पर तिरंगा फहराया है.8848 मीटर की ऊंचाई पर तिरंगा फहराने की सूचना मिलने पर गांव में खुशी का माहौल है.वहीं मंगलवार को ही हिसार की बेटी अनीता कुंडू ने तीसरी बार माउंट एवरेस्ट की चोटी पर तिरंगा फहराया था. ऐसे में बेटियां सब कुछ करने में सक्षम है इसका उदाहरण दोनों बेटियों ने प्रस्तुत किया है.
मनीषा का कहना है उसका मकसद महज तिरंगा फहराने का ही नहीं बल्कि 'बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ' के नाम का संदेश देते हुए पीएम मोदी को सलामी भी देना भी होता है. बता दें कि मनीषा के दिलोदिमाग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान' की ऐसी अमिट छाप है कि आर्थिक रूप से ज्यादा मजबूत नहीं होने के बावजूद वो अपने खर्चे पर ही किलिमंजारो चोटी को फतह करने निकल पड़ी थी.
पर्वतारोहण में अभिरुचि तो बाल्यकाल से ही थी लेकिन इसकी शुरुआत वो दक्षिण अफ्रीका की कीलिमंजारो चोटी से बेटी बचाने का संदेश देने के साथ की. पहली बार 19,341 फीट की ऊंचाई पर 26 जनवरी के दिन तिरंगा लहराया था.
मनीषा का पर्वतारोहण के जरिये अपनी संवेदना आगे बढ़ाना इतना आसान भी नहीं था. मनीषा ने बताया कि जब उसने घर में पर्वतारोहण कोर्स की बात की तो मां दर्शना ने टोका था. ये कहते हुए कि यह क्या चीज है करने की? इतनी दूर कैसे जाएगी अकेली? मां ने कहा-लड़कियों वाले ग्रुप में ही जा. किमिमंजारो की चोटी फतह करने के बाद मां की सोच भी बदली और माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई के लिए हामी भी भर दी.
मनीषा के पिता और हिसार एसटीएफ के सब इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह कहते हैं कि उन्हें अपनी बेटी पर नाज है. इसलिए ही नहीं कि वो एक कुशल पर्वतारोही है, बल्कि उसके साथ एक नेक मंशा है. समाज में बेटियों को कमतर समझने वालों के लिए वो भी मार्गदर्शक होगी. किलिमंजारो के बाद अब माउंट एवरेस्ट पर फतह करके बेटी ने और ज्यादा मान बढ़ा दिया है.