गुरूग्राम: साइबर सिटी के सेक्टर 37 सी में पांच दिन पहले हुई एक युवक की हत्या के मामले पुलिस ने उसके दोस्त को गिरफ्तार किया (Man Killed Friend Gurugram) है. अरोपी को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है. दरअसल बीते 11 नवंबर को एक युवक की लाश बरामद हुई थी. इस मामले में एक मेडिकल स्टोर के मालिक ने पुलिस को कंप्लेन दी थी. पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर जांच शुरू की तो युवक का हत्यारा कोई और नहीं उसका दोस्त ही निकला. पुलिस ने आरोपी से सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल लिया है.
पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि बीते 11 नवंबर को हमें एक युवक की लाश मिली थी. यह लाश समस्तीपुर (बिहार) के रहने वाले अरूण के रूप में हुई. मृतक अरूण गुरूग्राम के सेक्टर 37 में एक किराए के मकान में रहता था. वो यहां मजदूरी का काम करता था. कुछ दिन पहले अरूण के पास उसका दोस्त संदीप भी इसी के साथ रहने के लिए पहुंचा. गुरुग्राम पहुचने पर संदीप एक मेडिकल स्टोर पर नौकरी करने लगा, जबकि अरुण लेबर का काम कर रहा था. दोनों के बीच किसी बात को लेकर गाली गलौच हुई जिससे दोनो के बीच झगड़ा हो गया. इसी विवाद के चलते संदीप ने अरुण को हेलमेट से मारकर घायल कर दिया.
इसके बाद संदीप ने अरूण का गला दबाकर उसे को झाड़ियों में फेंक दिया. कुछ देर बाद संदीप वापस आया तो अरुण की सांस चलती हुई देख उसका पारा चढ़ गया और उसने वहां पड़े पत्थर से अरुण पर हमला कर दिया. बताया जा रहा है कि संदीप अपने दोस्त अरुण पर तब तक हमला करता रहा जब तक उसकी जान नहीं निकल गई. पुलिस की माने तो शव को वह फेकने के बाद संदीप ने इसकी जानकारी मृतक की पत्नी को दी. वहीं सुबह होने पर जब पुलिस को हत्या की जानकारी मिली तो पुलिस घटना स्थल पर पहुची और शव को कब्जे में ले जांच शुरू कर दी.
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पुलिस ने मेडिकल स्टोर संचालक की शिकायत पर मामला दर्ज कर अरोपी की तलाश शुरू कर दी. मामला सेक्टर 40 क्राइम ब्रांच की यूनिट को सौंपा गया. जांच के दौरान क्राइम यूनिट ने इस हत्याकांड में संदीप को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने जब उससे सख्ती से पूछताछ शुरू की तो उसने अपना जुर्म कबूल लिया. पूछताछ के दौरान संदीप ने बताया कि वह यहां अशोक नाम से रह रहा है, जोकि उसके ताऊ का लड़का है और उसकी ही आईडी इस्तेमाल कर रहा है जिससे किसी को उसकी असलियत मालूम न हो सके. इससे पहले वह 2015 से 2019 तक जेल में बंद था. उसपर गुंडा एक्ट और चोरी के कई मामले दर्ज हैं.
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