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अरावली की पहाड़ियों में अवैध खनन रोकने के लिए 13 गार्ड तैनात, महज नाम मात्र की हुई कार्रवाई

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Published : Jul 24, 2022, 5:31 PM IST

नूंह में डीएसपी की हत्या के बाद अवैध खनन (illegal mining in haryana) को लेकर सियासत का माहौल गरम है. सबसे बड़ा सवाल ये है कि हरियाणा सरकार और प्रशासन अवैध खनन पर लगाम क्यों नहीं लगा पा रहा?

illegal mining in haryana
illegal mining in haryana

गुरुग्राम: हरियाणा में अवैध खनन (illegal mining in haryana) को लेकर सियासत का दौर जारी है. नूंह में डीएसपी की हत्या के बाद सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर खनन माफियाओं के हौसले इतने बुलंद कैसे हो सकते हैं? हरियाणा सरकार और प्रशासन अवैध खनन को रोकने में कैसे नाकाम हो रहे हैं? क्या हरियाणा में अवैध खनन सरकार और प्रशासन की मिलीभगत से हो रहा है? खबर मिली है कि अरावली की पहाड़ियों में तेजी से खनन (illegal mining in aravali hills) हो रहा है.

हरियाणा जिले के नूंह और गुरुग्राम के स्थानीय लोग ही अवैध खनन (illegal mining in gurugram) करते हैं. रात को ये लोग खनन करते हैं और सुबह होते ही ट्रैक्टर-ट्रॉली और डंपर के जरिए पत्थरों को बेचने ले जाते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि गुरुग्राम और नूंह में अवैध खनन (illegal mining in nuh) रोकने के लिए खनन विभाग के पास सिर्फ 10 गार्ड और 3 निरीक्षक हैं. अब आप खुद ही अंजादा लगा लीजिए कि दस गार्ड और तीन निरीक्षक नूंह और गुरुग्राम में कैसे अवैध खनन पर लगाम लगा पाएंगें?

गुरुग्राम और नूंह में अरावली की पहाड़ियों का एक बड़ा क्षेत्र है. क्षेत्र में निगरानी रखने के लिए भारी संख्या में स्टाफ की जरूरत है, लेकिन स्टाफ की कमी होने के कारण अवैध खनन की वारदातें बढ़ रही हैं. आंकड़ों पर नजर डालें तो इस साल जून तक खनन विभाग ने कार्रवाई करते हुए गुरुग्राम में 11 वाहनों को जब्त किया है, जबकि नूंह जिले में 181 वाहनों को जब्त किया है. इन वाहन चालकों पर तकरीबन 30 लाख से भी ज्यादा का जुर्माना लगाया गया है. गुरुग्राम में अवैध खनन के महज दो मुकदमे दर्ज हैं, जबकि नूंह जिले में 17 मुकदमे दर्ज हैं. एक स्टाफ की कमी और दूसरा पुलिस प्रशासन की लापरवाही. शायद यही वजह है कि हरियाणा में अवैध खनन बढ़ रहा है.

गुरुग्राम: हरियाणा में अवैध खनन (illegal mining in haryana) को लेकर सियासत का दौर जारी है. नूंह में डीएसपी की हत्या के बाद सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर खनन माफियाओं के हौसले इतने बुलंद कैसे हो सकते हैं? हरियाणा सरकार और प्रशासन अवैध खनन को रोकने में कैसे नाकाम हो रहे हैं? क्या हरियाणा में अवैध खनन सरकार और प्रशासन की मिलीभगत से हो रहा है? खबर मिली है कि अरावली की पहाड़ियों में तेजी से खनन (illegal mining in aravali hills) हो रहा है.

हरियाणा जिले के नूंह और गुरुग्राम के स्थानीय लोग ही अवैध खनन (illegal mining in gurugram) करते हैं. रात को ये लोग खनन करते हैं और सुबह होते ही ट्रैक्टर-ट्रॉली और डंपर के जरिए पत्थरों को बेचने ले जाते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि गुरुग्राम और नूंह में अवैध खनन (illegal mining in nuh) रोकने के लिए खनन विभाग के पास सिर्फ 10 गार्ड और 3 निरीक्षक हैं. अब आप खुद ही अंजादा लगा लीजिए कि दस गार्ड और तीन निरीक्षक नूंह और गुरुग्राम में कैसे अवैध खनन पर लगाम लगा पाएंगें?

गुरुग्राम और नूंह में अरावली की पहाड़ियों का एक बड़ा क्षेत्र है. क्षेत्र में निगरानी रखने के लिए भारी संख्या में स्टाफ की जरूरत है, लेकिन स्टाफ की कमी होने के कारण अवैध खनन की वारदातें बढ़ रही हैं. आंकड़ों पर नजर डालें तो इस साल जून तक खनन विभाग ने कार्रवाई करते हुए गुरुग्राम में 11 वाहनों को जब्त किया है, जबकि नूंह जिले में 181 वाहनों को जब्त किया है. इन वाहन चालकों पर तकरीबन 30 लाख से भी ज्यादा का जुर्माना लगाया गया है. गुरुग्राम में अवैध खनन के महज दो मुकदमे दर्ज हैं, जबकि नूंह जिले में 17 मुकदमे दर्ज हैं. एक स्टाफ की कमी और दूसरा पुलिस प्रशासन की लापरवाही. शायद यही वजह है कि हरियाणा में अवैध खनन बढ़ रहा है.

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