गुरुग्राम: गुरुग्राम में 750 करोड़ की लागत से बनाए जा रहे एलिवेटिड फ्लाईओवर का एस हिस्सा नीचे गिर पड़ा और इलाके के लोगों में दहशत का माहौल बन गया. इस हादसे में दो लोगों के घायल होने की खबर सामने आई. वहीं फ्लाईओवर के निर्माण को लेकर अब हरियाणा में राजनीति गरमा गई है. कांग्रेस पार्टी ने इस हादसे की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.
कांग्रेस विधायक चिरंजीव राव ने कहा कि हरियाणा में बीते 6 सालों के अंदर कैसा विकास हुआ है ये अब सबके सामने आ चुका है. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले ही पूरे गुरुग्राम में जलभराव हुआ और अब निर्माणाधीन फ्लाईओवर का एक हिस्सा गिर गया, जो भ्रष्टाचार को उजागर करता है. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए, ताकि पता चल सके कि फ्लाईओवर आखिर गिरा कैसे.
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गुरुग्राम-सोहना रोड पर बन रहे इस एलिवेटिड फ्लाईओवर का शिलान्यास केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने साल 2016 में किया था. इस फ्लाईओवर को बनाने के लिए 21 महीने की समस सीमा तय की गई, लेकिन सिस्टम की लाचारी देखिए कि फ्लाईओवर का काम 2019 में शुरू हुआ और अभी भी निर्माण जारी है.
RTI एक्टिविस्ट रमेश ने इस हादसे को भ्रष्टाचार से जोड़ा. उन्होंने कहा कि अक्सर ऐसे हादसे होते हैं, लेकिन ना तो प्रशासन इस ओर ध्यान देता है और ना ही सरकार कोई ठोस कदम उठाती है. उन्होंने कहा कि ऐसे हादसों में कई लोगों की जान जाती है, लेकिन ना तो पीडब्ल्यूडी विभाग कुछ करता है और ना ही एनएचएआई, क्योंकि सारा काम भ्रष्ट लोगों ने किया है. ठेकेदार, अधिकारी और यहां तक कि नेता भी भ्रष्ट सिस्टम के भागीदार हैं.