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दुश्मनी निकालने के लिए खुद पर हमला कराया, खुद ही शिकायत की और अब हो गया फरार - gurugram police

गुरुग्राम पुलिस ने फर्जी वारदात रचने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मामले में एक फर्जी शिकायतकर्ता भी है जो अभी फरार है. पुलिस ने बड़ी ही होशियारी से इस पूरे मामले का भंडोफोड़ किया है. विस्तार से पढ़ें क्या है मामला..

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
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Published : Dec 2, 2019, 10:55 PM IST

गुरुग्राम: गुरुग्राम पुलिस के हाथ एक बड़ी कामयाबी लगी है. गुरुग्राम पुलिस ने एक शिकायतकर्ता द्वारा रचाई गई साजिश का भंडाफोड़ किया है. इस मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बता दें कि शिकायतकर्ता ने आपसी रंजिश रखते हुए नाजायज रुप से फंसाने के लिए अपने ही ऊपर मनघड़ंत हमला कराने के मामले में गुरुग्राम पुलिस को शिकायत दी थी.

क्या है पूरा मामला विस्तार से पढ़ें-
दरअसल, बीती 23 तारीख को थाना सेक्टर-50 में नरेंद्र प्रताप सिंह ने शिकायत के माध्यम से बताया कि वो अपने बच्चों के साथ सेक्टर-40 की मार्केट से अपने घर जा रहा था. उसी दौरान रास्ते में कम्यूनिटी सेंटर के नजदीक 2 लड़कों ने गाड़ी रोकने का इशारा किया और गाड़ी को साइड में लगाकर रोक लिया.

पुलिस ने किया फर्जी वारदात और शिकायत का भंडाफोड़, देखें वीडियो

शिकायतकर्ता ने बताया कि तभी उन बदमाशों ने मारपीट की और हाथ पर चाकू से हमला कर दिया. जब उसने शोर मचाया तो वो दोनों लड़के मौके से फरार हो गए. वहीं शिकायत में ये भी कहा की बीती 22 तारीख की रात को इसके फोन पर भी एक फोन आया था. फोन करने वाले ने इसको धमकी दी थी कि उनके साथी को पिटवाया था और उसका अंजाम तुझे जान देकर भुगतना पड़ेगा.

ये भी पढ़ें- करनाल में संदिग्ध हालात में मृत मिली विवाहिता, भाई पर हत्या करने का आरोप

कूछ यूं लिखी गई फर्जी वारदात की 'पटकथा'
जिस शिकायत के आधार पर गुरुग्राम पुलिस ने 3 आरोपी विकास, धीरेन्द्र प्रताप सिंह, खेम सिंह नेगी को गिरफ्तार किया. वहीं पुलिस पूछताछ में सामने आया की आरोपी खेम सिंह शिकायतकर्ता का जानकार है. पता चला है कि शिकायतकर्ता की खुद किसी के साथ आपसी रंजिश थी, जिसके चलते उसे किस प्रकार से किसी मामले में फंसाया जाए, इसकी पूरी पटकथा आरोपी खेम सिंह नेगी (दिल्ली पुलिस में मुख्य सिपाही) ने लिखी थी.

षड्यंत्र को सफल बनाने के लिए इन्होंने क्या नहीं किया
आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ये भी सामने आया कि वारदात को अंजाम देने के बाद नरेन्द्र प्रताप सिंह राघव (शिकायतकर्ता) की जिस व्यक्ति के साथ आपसी झगड़े को लेकर रंजिश थी उसे गिरफ्तार करने का लगातार पुलिस पर दबाव बनाया गया, ताकि उस व्यक्ति को गिरफ्तार किया जा सके और इनका षड्यंत्र सफल हो सके.

फर्जी शिकायतकर्ता फरार
बहरहाल, पुलिस ने इस फर्जी वारदात में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. तो वहीं फर्जी शिकायतकर्ता नरेंद्र प्रताप सिंह अभी फरार है. पुलिस का दावा है कि वो भी जल्द पुलिस की गिरफ्त में होगा. इस पूरे मामले में खास बात ये भी है कि इतने उलझे मामले को पुलिस ने बड़ी ही होशियारी के साथ सुलझा लिया.

गुरुग्राम: गुरुग्राम पुलिस के हाथ एक बड़ी कामयाबी लगी है. गुरुग्राम पुलिस ने एक शिकायतकर्ता द्वारा रचाई गई साजिश का भंडाफोड़ किया है. इस मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बता दें कि शिकायतकर्ता ने आपसी रंजिश रखते हुए नाजायज रुप से फंसाने के लिए अपने ही ऊपर मनघड़ंत हमला कराने के मामले में गुरुग्राम पुलिस को शिकायत दी थी.

क्या है पूरा मामला विस्तार से पढ़ें-
दरअसल, बीती 23 तारीख को थाना सेक्टर-50 में नरेंद्र प्रताप सिंह ने शिकायत के माध्यम से बताया कि वो अपने बच्चों के साथ सेक्टर-40 की मार्केट से अपने घर जा रहा था. उसी दौरान रास्ते में कम्यूनिटी सेंटर के नजदीक 2 लड़कों ने गाड़ी रोकने का इशारा किया और गाड़ी को साइड में लगाकर रोक लिया.

पुलिस ने किया फर्जी वारदात और शिकायत का भंडाफोड़, देखें वीडियो

शिकायतकर्ता ने बताया कि तभी उन बदमाशों ने मारपीट की और हाथ पर चाकू से हमला कर दिया. जब उसने शोर मचाया तो वो दोनों लड़के मौके से फरार हो गए. वहीं शिकायत में ये भी कहा की बीती 22 तारीख की रात को इसके फोन पर भी एक फोन आया था. फोन करने वाले ने इसको धमकी दी थी कि उनके साथी को पिटवाया था और उसका अंजाम तुझे जान देकर भुगतना पड़ेगा.

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कूछ यूं लिखी गई फर्जी वारदात की 'पटकथा'
जिस शिकायत के आधार पर गुरुग्राम पुलिस ने 3 आरोपी विकास, धीरेन्द्र प्रताप सिंह, खेम सिंह नेगी को गिरफ्तार किया. वहीं पुलिस पूछताछ में सामने आया की आरोपी खेम सिंह शिकायतकर्ता का जानकार है. पता चला है कि शिकायतकर्ता की खुद किसी के साथ आपसी रंजिश थी, जिसके चलते उसे किस प्रकार से किसी मामले में फंसाया जाए, इसकी पूरी पटकथा आरोपी खेम सिंह नेगी (दिल्ली पुलिस में मुख्य सिपाही) ने लिखी थी.

षड्यंत्र को सफल बनाने के लिए इन्होंने क्या नहीं किया
आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ये भी सामने आया कि वारदात को अंजाम देने के बाद नरेन्द्र प्रताप सिंह राघव (शिकायतकर्ता) की जिस व्यक्ति के साथ आपसी झगड़े को लेकर रंजिश थी उसे गिरफ्तार करने का लगातार पुलिस पर दबाव बनाया गया, ताकि उस व्यक्ति को गिरफ्तार किया जा सके और इनका षड्यंत्र सफल हो सके.

फर्जी शिकायतकर्ता फरार
बहरहाल, पुलिस ने इस फर्जी वारदात में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. तो वहीं फर्जी शिकायतकर्ता नरेंद्र प्रताप सिंह अभी फरार है. पुलिस का दावा है कि वो भी जल्द पुलिस की गिरफ्त में होगा. इस पूरे मामले में खास बात ये भी है कि इतने उलझे मामले को पुलिस ने बड़ी ही होशियारी के साथ सुलझा लिया.

Intro:गुरूग्राम पुलिस के हाथ लगी कामयाबी...गुरूग्राम पुलिस ने शिकायतकर्ता द्वारा रचाई गई साजिश का किया भांडाफोड करते हुए 3 आरोपियो को किया गिरफ्तार....शिकायतकर्ता ने आपसी रंजीश रखते हुए नाजायज रुप में फंसाने के लिए अपने ही ऊपर मनघङत हमला कराने के मामले में गुरूग्राम पुलिस को दी थी शिकायत...वही शिकायतकर्ता से दिल्ली पुलिस के अपने साथी के साथ मिलकर रचा था षङयन्त्र...
Body:दरअसल बीते 23 तारिक को थाना सैक्टर-50 में नरेन्द्र प्रताप सिंह ने शिकायत के माध्यम से बतलाया कि वो अपने बच्चों के साथ सैक्टर-40 की मार्केट में अपनी गाङी से अपने बच्चों सहित ओम स्वीट्स से वापिस अपने घर जा रहा था....तभी रास्तें में कम्यूनिटि सैन्टर के नजदीक 02 लङको ने गाङी रोकने का ईशारा किया....और गाङी को साईड में लगाकर रोक लिया तभी उन बदमाशो ने मारपीट की और इसके हाथ पर चाकू से हमला कर दिया....जब इसने शोर मचाया तो वो दोनों लङके वहां से भाग गए....वही शिकायत में यह भी कहा की बीते 22 तारिक को रात को इसके फोन पर भी एक फोन आया था। फोन करने वाले नें इसको धमकी दी थी कि उनके साथी को पिटवाया था उसका अन्जाम तुझे जान देकर भुगतना पङेगा। इसे जान से मारने की धमकी दी।

बाइट-प्रीतपाल, एसीपी क्राइम, गुरूग्राम पुलिस

जिस शिकायत के आधार पर गुरूग्राम पुलिस ने 3 आरोपी विकास, धिरेन्द्र प्रताप सिंह , खेम सिंह नेगी को किया गिरफ्तार...वही पुलिस पूछताछ में सामने आया की आरोपी खेम सिंह शिकायतकर्ता का जानकार हैं...और शिकायतकर्ता की खुद किसी के साथ आपसी रंजीश थी जिसके चलते उसे किस प्रकार से किसी मामले में फसाने के लिए आरोपी खेम सिंह नेगी (दिल्ली पुलिस में मुख्य सिपाही) ने ये पूरी फर्जी वारदात की योजना बनाई थी....

बाइट-प्रीतपाल, एसीपी क्राइम, गुरूग्राम पुलिसConclusion:आरोपियों से पूलिस पूछताछ में यह भी सामने आया कि वारदात को अन्जाम देने के बाद उपरोक्त अभियोग में शिकायतकर्ता नरेन्द्र प्रताप सिंह राघव की जिस व्यक्ति के साथ आपसी झगङे को लेकर रंजिश थी उसे गिरफ्तार करने का लगातार पुलिस पर दबाव बनाया गया ताकि उस व्यक्ति को गिरफ्तार किया जा सके और इनका षङयन्त्र सफल हो सके...वही गुरूगाम पुलिस ने वारदात को अन्जाम देने में प्रयोग किया गया मोबाईल फोन पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के कब्जा से बरामद किया है...गुरूग्राम पुलिस वान्छित आरोपियों की तलाश कर रही हैं और जल्दी ही काबू करके गिरफ्तार करने का दावा भी कर रही हैं...
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