गुरुग्राम: गुरुग्राम पुलिस के हाथ एक बड़ी कामयाबी लगी है. गुरुग्राम पुलिस ने एक शिकायतकर्ता द्वारा रचाई गई साजिश का भंडाफोड़ किया है. इस मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बता दें कि शिकायतकर्ता ने आपसी रंजिश रखते हुए नाजायज रुप से फंसाने के लिए अपने ही ऊपर मनघड़ंत हमला कराने के मामले में गुरुग्राम पुलिस को शिकायत दी थी.
क्या है पूरा मामला विस्तार से पढ़ें-
दरअसल, बीती 23 तारीख को थाना सेक्टर-50 में नरेंद्र प्रताप सिंह ने शिकायत के माध्यम से बताया कि वो अपने बच्चों के साथ सेक्टर-40 की मार्केट से अपने घर जा रहा था. उसी दौरान रास्ते में कम्यूनिटी सेंटर के नजदीक 2 लड़कों ने गाड़ी रोकने का इशारा किया और गाड़ी को साइड में लगाकर रोक लिया.
शिकायतकर्ता ने बताया कि तभी उन बदमाशों ने मारपीट की और हाथ पर चाकू से हमला कर दिया. जब उसने शोर मचाया तो वो दोनों लड़के मौके से फरार हो गए. वहीं शिकायत में ये भी कहा की बीती 22 तारीख की रात को इसके फोन पर भी एक फोन आया था. फोन करने वाले ने इसको धमकी दी थी कि उनके साथी को पिटवाया था और उसका अंजाम तुझे जान देकर भुगतना पड़ेगा.
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कूछ यूं लिखी गई फर्जी वारदात की 'पटकथा'
जिस शिकायत के आधार पर गुरुग्राम पुलिस ने 3 आरोपी विकास, धीरेन्द्र प्रताप सिंह, खेम सिंह नेगी को गिरफ्तार किया. वहीं पुलिस पूछताछ में सामने आया की आरोपी खेम सिंह शिकायतकर्ता का जानकार है. पता चला है कि शिकायतकर्ता की खुद किसी के साथ आपसी रंजिश थी, जिसके चलते उसे किस प्रकार से किसी मामले में फंसाया जाए, इसकी पूरी पटकथा आरोपी खेम सिंह नेगी (दिल्ली पुलिस में मुख्य सिपाही) ने लिखी थी.
षड्यंत्र को सफल बनाने के लिए इन्होंने क्या नहीं किया
आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ये भी सामने आया कि वारदात को अंजाम देने के बाद नरेन्द्र प्रताप सिंह राघव (शिकायतकर्ता) की जिस व्यक्ति के साथ आपसी झगड़े को लेकर रंजिश थी उसे गिरफ्तार करने का लगातार पुलिस पर दबाव बनाया गया, ताकि उस व्यक्ति को गिरफ्तार किया जा सके और इनका षड्यंत्र सफल हो सके.
फर्जी शिकायतकर्ता फरार
बहरहाल, पुलिस ने इस फर्जी वारदात में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. तो वहीं फर्जी शिकायतकर्ता नरेंद्र प्रताप सिंह अभी फरार है. पुलिस का दावा है कि वो भी जल्द पुलिस की गिरफ्त में होगा. इस पूरे मामले में खास बात ये भी है कि इतने उलझे मामले को पुलिस ने बड़ी ही होशियारी के साथ सुलझा लिया.