गुरुग्राम : साइबर सिटी गुरुग्राम की पुलिस ने अमृतसर से एक शातिर को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है. बताया जा रहा है कि करीब 5 साल पहले हुए तांत्रिक हत्याकांड में आरोपी शामिल था. जानकारी के मुताबिक आरोपी दुबई में रहकर एक बैंक में नौकरी कर रहा था. पुलिस ने आरोपी करण उर्फ अली पर एक लाख का इनाम घोषित कर रखा था. बताया जा रहा है कि गैंगस्टर अमित डागर और कौशल को आरोपी करण ने दुबई में शरण दे रखी थी. वहां पर वो दोनों की हर डिमांड को पूरा किया करता था.
दुबई में रची साज़िश : आरोपों के मुताबिक तीनों ने मिलकर दुबई में पहले साज़िश रची और फिर तांत्रिक की हत्या कर डाली. पुलिस के मुताबिक तांत्रिक के हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. सिर्फ मुख्य आरोपी करण उर्फ अली ही पुलिस के शिकंजे में नहीं फंस रहा था. पुलिस ने आरोपी करण की गिरफ्तारी के लिए लुक आउट नोटिस भी जारी कर रखा था. पुलिस को जब आरोपी करण की भारत आने की ख़बर मिली तो उसने अमृतसर से आरोपी को अरेस्ट कर लिया. करण की बात करें तो वो मूल रूप से पलवल के हथीन का रहने वाला है और दुबई शिफ्ट होने से पहले लंबे वक्त तक गैंगस्टर अमित डागर के घर के पास ही रहता था.
पुलिस खंगाल रही गैंगस्टर्स से लिंक्स : क्राइम डिपार्टमेंट के एसीपी वरुण दहिया ने ईटीवी भारत को बताया कि आरोपी करण उर्फ अली साल 2013 से ही दुबई में रहकर वहां बैंक में नौकरी कर रहा था. 2018 में तांत्रिक हत्याकांड के बाद गैंगस्टर कौशल दुबई जाता है और इस दौरान गैंगस्टर अमित डागर ने उसकी मदद की. अमित के ही कहने पर करण ने कौशल के दुबई में रहने के लिए तमाम इंतज़ाम किए और ऐशो-आराम की तमाम सुविधाएं भी दी. पुलिस के मुताबिक कौशल को दुबई में लाइसेंस की जरूरत थी तो कौशल ने करण को 10 लाख रुपए ट्रांसफर भी किए थे. पुलिस ने आरोपी करण से गिरफ्तारी के बाद पूछताछ शुरू कर दी है. पुलिस गैंगस्टर्स से उसके तमाम लिंक्स को खंगालने में जुटी है. साथ ही तांत्रिक हत्याकांड के अलावा बाकी वारदातों में शामिल होने की तफ्तीश भी की जा रही है.
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