गुरुग्राम: जिला गुरुग्राम में लगातार मामले सामने आ रहा हैं. ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि गुरुग्राम जिले में लॉकडाउन लगाया जा सकता है, लेकिन गुरुग्राम जिला उपायुक्त डॉ. यश गर्ग ने सभी कयासों पर विराम लगाते हुए साफ कर दिया है कि गुरुग्राम में लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा.
गुरुग्राम जिला उपायुक्त ने जानकारी दी है कि जिले में कुछ दुकानदार लोगों को लॉकडाउन का भय दिखा खाने-पीने और बाकी जरूरत की चीजें महंगे दामों पर बेच रहे हैं. ऐसे में लोग उन दुकानदारों के झांसे में ना आए. उपायुक्त ने कहा कि लोगों को लॉकडाउन का डर दिखाकर मुनाफाखोरों के खिलाफ भी गुरुग्राम प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा.
'किसी को नाजायज लाभ नहीं उठाने देंगे'
गुरुग्राम के उपायुक्त डॉ. यश गर्ग का कहना है कि इस स्थिति का किसी को भी नाजायज लाभ उठाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का भय दिखाकर खाने की वस्तुएं तथा दवा और स्टीमर आदि के दाम बढ़ाने के बारे में शिकायत मिली है, जिसका संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों को ऐसे दुकानदारों पर छापा मारने के निर्देश दे दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि कोई दुकानदार या व्यापारी अनावश्यक रूप से महंगे भाव पर जरूरी वस्तुएं या दवा इत्यादि बेचता पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
'दैनिक कामगारों के हितों में नहीं लगा लॉकडाउन'
डॉ. गर्ग ने कहा कि पिछले साल लॉकडाउन लगने के कारण अर्थव्यवस्था का चक्र रुकने से कई श्रमिकों को समस्या का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस बार मजदूरों और कामगारों, विशेषकर दैनिक और मासिक वेतन पर काम करने वालों के हितों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने हरियाणा में लॉकडाउन नहीं लगाने का निर्णय लिया है.
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'गुरुग्राम प्रशासन हर परिस्थिति में तैयार है'
उपायुक्त ने गुरुग्राम जिला वासियों को भी आश्वासन दिया है कि गुरुग्राम जिला प्रशासन वर्तमान कोविड-19 मामलों में हो रही वृद्धि के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है. जिला में गंभीर कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए अस्पतालों में बेड इत्यादि उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की जा रही है.
'ऑक्सीजन और वेंटिलेटर बेडों की बढ़ेगी संख्या'
उपायुक्त ने कहा कि जिला में ऑक्सीजन तथा वेंटिलेटर वाले बेडों की संख्या बढ़ाई जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि अस्पतालों में निगरानी और तालमेल के लिए एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट और नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं ताकि वहां की सही जानकारी प्रशासन को मिलती रहे.
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