गुरुग्रामः कोरोना के मद्देनजर देश भर में लगाए गए लॉकडाउन के चलते गरीब लोगों को काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में अलग-अलग लोग आम लोगों की मदद के लिए आगे आ रही हैं.
दीपा मलिक ने गरीबों में बांटा खाना
इसी के तहत दुनिया भर में खेल के माध्यम से भारत का डंका बजाने वाली पैरा ओलंपिक विजेता दीपा मलिक भी अब आगे आकर गरीबों की मदद कर रही हैं. दीपा मलिक ने गुरुग्राम के सेक्टर-14 में गरीबों को खाना बांटा. इस दौरान उन्होंने कहा कि संकट की घड़ी में सभी को मिलकर गरीबों की मदद करनी चाहिए.
लोगों से लॉकडाउन का पालन करने की अपील
दीपा मलिक ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले लोगों से अपने घरों के अंदर रहने की अपील की. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि देश के सैनिक और खिलाड़ी भी अपने घर को छोड़कर देश के लिए लंबे समय के लिए अपने घरों से दूर रहते हैं. लेकिन यहां तो लोगों को खुद अपने और अपनी परिवार की सुरक्षा के लिए घर में रहना है. दीपा मलिक ने कहा कि कोरोना से बचने का एक मात्र उपाय सोशल डिस्टेंसिंग है. इसलिए सभी लोग अपने घर में रहे.
दीपा मलिक ने यह भी कहा कि जब से लॉकडाउन लगा है. वह आज पहली बार अपने घर से बाहर आई है. ऐसे में अगर कोई नेक काम कर रहा है तो ही घर से बाहर निकले वरना अपने घर में रहकर अपने और अपने परिवार को सुरक्षित रखें, क्योंकि कोरोना से अभी जंग जारी है.
जानें दीपा मलिक के बारे में
दीपा मलिक शॉटपुट और जेवलिन थ्रो के साथ-साथ तैराकी और मोटर रेसलिंग से जुड़ी एक दिव्यांग खिलाड़ी हैं. जिन्होंने 2016 पैरालंपिक में शॉटपुट में रजत पदक जीतकर इतिहास रचा. 30 की उम्र में उनकी तीन ट्यूमर सर्जरी हुई और शरीर का निचला हिस्सा सुन्न हो गया. दीपा मलिक ने राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में 33 गोल्ड और 4 सिल्वर मेडल हासिल किए हैं.
इसके साथ ही उन्होंने इंटरनेशनल खेलों में 3 ब्रॉन्ज और 2 सिल्वर मेडल हासिल किया है. पैरालंपिक खेलों में उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए भारत सरकार ने उन्हें अर्जुन पुरस्कार, राजीव गांधी खेल रत्न सम्मान से सम्मानित किया है. वहीं 2017 में दीपा मलिक को पद्मश्री से सम्मानित किया गया.
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