गुरुग्रामः शहर में बढ़ते वायु प्रदूषण और एनजीटी की सख्ती के बावजूद प्रशासन के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. साइबर सिटी गुरुग्राम में नगर निगम के लाख दावों के बावजूद शहर में कूड़े के ढेर में आग लगाने की घटनाओं पर रोक नहीं लगा पा रही है. इससे प्रदूषण के स्तर में भी इजाफा हो रहा है.
जहरीली हुई हवा
गुरुग्राम में धड़ल्ले से प्रशासन के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. जहां बिना किसी डर या खौफ के बुधवार देर रात बस स्टैंड के पास कूड़े के ढेर में आग लगा दी गई थी. आग लगने के कारण आस-पास के इलाकों में हवा जहरीली होती जा रही है. भले ही प्रशासन प्रदूषण बढ़ाने वाली गतिविधियों पर रोक लगान के लिए सख्ती दिखा रहा है लेकिन प्रशासन की तमाम कोशिशें नाकाम ही साबित हो रही हैं.
बुधवार को निम्न स्तर पर था AQI
बुधवार को पहली बार शहर में प्रदूषण न्यूनतम स्तर पर दर्ज किया गया. बुधवार को शाम चार बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 169 दर्ज किया गया, जबकि एक दिन पहले ही मंगलवार को इसी समय एक्यूआई 316 दर्ज किया गया था. स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए ईपीसीए के महत्वाकांक्षी प्लान व सम-विषम की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया है. हालांकि उसके बावजूद लोग फिर से साइबर सिटी के वातावरण को जहरीली करने में जुटे हुए हैं.
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किस पर होगी कार्रवाई?
प्रदेश और आस-पास के इलाकों में बढ़ते प्रदूषण को लेकर किसानों पर लगातार निशाना साधा जा रहा है. किसानों से कहा जा रहा है कि उनके पराली जलाने से प्रदेश में प्रदूषण का स्तर बढ़ा है. यही नहीं पराली जलाए जाने वाले मामलों को लेकर किसानों पर एफआईआर तक दर्ज की जा रही है. ऐसे में देखने वाली बता ये है कि प्रदूषण फैलाने वाली इस तरह की गतिविधि करने वालों पर प्रशासन क्या कार्रवाई करता है.