ETV Bharat / state

जो पराली जला रहे हैं उन पर सख्त कार्रवाई होगी: मनोहर लाल - पराली जलाना प्रदूषण दिल्ली एनसीआर

सीएम मनोहर लाल ने कहा कि इस बार पराली जलाने के मामले कम हैं. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को प्रति एकड़ 1000 रुपये प्रदान कर रही है और उद्योग भी इस बार पराली खरीदने आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस बार हम प्रदेश में पराली की वजह से प्रदूषण बढ़ने नहीं देंगे.

cm-manohar-lal
सीएम मनोहर लाल
author img

By

Published : Oct 17, 2021, 8:32 PM IST

गुरुग्राम: हरियाणा में हर साल फसल कटाई के सीजन में पराली जलाने (Stubble Burning) की वजह से प्रदूषण की समस्या खड़ी हो जाती है. इसका असर इतना होता है कि पूरे दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में हवा की गुणवत्ता काफी हद तक नीचे चली जाती है. इस समस्या पर रविवार को हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने कहा कि इस बार ऐसी स्थिति से निपटने के लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने कहा कि पिछले साल के मुकाबले इस साल पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है.

सीएम मनोहर लाल ने कहा कि हमने उद्योगों से इथेनॉल, ऊर्जा उत्पादन के लिए पराली का उपयोग करने को कहा है. इस बार पराली जलाने के मामले कम हैं. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को प्रति एकड़ 1000 रुपये प्रदान कर रही है और उद्योग भी इस बार पराली खरीदने आ रहे हैं. वहीं हरियाणा सरकार किसानों को सब्सिडी पर पराली के बंडल बनाने की मशीनें भी दे रही है.

ये पढ़ें- कल किसानों का रेल रोको अभियान, लखीमपुर में हुई घटना के विरोध में प्रदर्शन

सीएम मनोहर लाल ने कहा कि सरकार के सहयोग के भी जहां कुछ जगहों पर जो लोग ऐसा कर रहे हैं, हम उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं. सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हमने जिला उपायुक्तों से पराली जलाने की घटनाओं की फिजिकल वेरिफिकेशन कर हर रोज रिपोर्ट भेजने का आदेश दिए हैं. इसके साथ ही लोकल लेवल पर कमेटियां बनाकर गांव-गांव जाकर काम करने का भी निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि इस बार हम प्रदेश में पराली की वजह से प्रदूषण बढ़ने नहीं देंगे.

ये भी पढ़ें- सिंघू बॉर्डर हत्याकांड: निहंग सिखों ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस, बोले- अगर अब पुलिस ने गिरफ्तारी की तो विरोध होगा

गुरुग्राम: हरियाणा में हर साल फसल कटाई के सीजन में पराली जलाने (Stubble Burning) की वजह से प्रदूषण की समस्या खड़ी हो जाती है. इसका असर इतना होता है कि पूरे दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में हवा की गुणवत्ता काफी हद तक नीचे चली जाती है. इस समस्या पर रविवार को हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने कहा कि इस बार ऐसी स्थिति से निपटने के लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने कहा कि पिछले साल के मुकाबले इस साल पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है.

सीएम मनोहर लाल ने कहा कि हमने उद्योगों से इथेनॉल, ऊर्जा उत्पादन के लिए पराली का उपयोग करने को कहा है. इस बार पराली जलाने के मामले कम हैं. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को प्रति एकड़ 1000 रुपये प्रदान कर रही है और उद्योग भी इस बार पराली खरीदने आ रहे हैं. वहीं हरियाणा सरकार किसानों को सब्सिडी पर पराली के बंडल बनाने की मशीनें भी दे रही है.

ये पढ़ें- कल किसानों का रेल रोको अभियान, लखीमपुर में हुई घटना के विरोध में प्रदर्शन

सीएम मनोहर लाल ने कहा कि सरकार के सहयोग के भी जहां कुछ जगहों पर जो लोग ऐसा कर रहे हैं, हम उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं. सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हमने जिला उपायुक्तों से पराली जलाने की घटनाओं की फिजिकल वेरिफिकेशन कर हर रोज रिपोर्ट भेजने का आदेश दिए हैं. इसके साथ ही लोकल लेवल पर कमेटियां बनाकर गांव-गांव जाकर काम करने का भी निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि इस बार हम प्रदेश में पराली की वजह से प्रदूषण बढ़ने नहीं देंगे.

ये भी पढ़ें- सिंघू बॉर्डर हत्याकांड: निहंग सिखों ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस, बोले- अगर अब पुलिस ने गिरफ्तारी की तो विरोध होगा

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.