गुरुग्राम: साइबर सिटी गुरुग्राम में आंगनवाड़ी वर्कर्स ने पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पहुंचे सीएम मनोहर लाल (Haryana Cm Manohar Lal In Gurugram) का घेराव करने की कोशिश की. इस दौरान आंगनवाड़ी वर्कर्स और पुलिस के बीच टकराव देखने को मिली, जिन्हें पुलिस ने बीच रास्ते में ही रोक लिया. पुलिस के मनाने के बाद भी आंगनवाड़ी वर्कस नहीं माने, जिसके बाद पुलिस को जबरन वहां से खदेड़ना पड़ा. बताया जा रहा है कि एक महिला को गंभीर चोटें आई हैं.
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मानें तो सरकार ने 2018 में उनकी मांगों पर गौर करते हुए मानदेय बढ़ाने की बात कही थी, जो कि अभी तक लागू नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि सीएम से मिल कर कहना चाहते थे कि उनकी बातों पर सरकार गौर करें. इसके अलावा हमारी मांग है कि सरकार हमें सरकारी कर्मचारी घोषित करें और वर्कर को 24 हजार रुपये के साथ हेल्पर्स को16 हजार रुपये तनख्वाह दी जाए. आंगनवाड़ी वर्कस ने रिटायरमेंट पर पांच लाख और हेल्पर को तीन लाख रुपये दिए जाने की मांग की है.
आंगनवाड़ी वर्कस ने बताया कि सरकार से पांच दौर की वार्ता कर चुकी है, लेकिन समाधान नहीं निकला है. उन्होंने कहा कि सरकार में मंत्री कमलेश ढांडा ने घोषणा की है कि आंगनवाड़ी वर्करों का मानदेय बढ़ाया गया है, लेकिन ये लाभ उन्हीं को मिलेगा जो हड़ताल में शामिल नहीं हैं. सरकार को इस तरह की बात करना शोभा नहीं देता. 24 घंटे ड्यूटी लेने के बाद भी सरकार उनकी मांगों पर गौर नहीं कर रही है, जिसके चलते वह हड़ताल करने को मजबूर हैं.
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गुरुग्राम प्रदर्शनकारी आंगनवाड़ी वर्कर (Anganwadi Workers Protest In Gurugram) ने कहा कि उनके इलाके में आज सीएम आए हैं, लेकिन पुलिस ने सीएम से मिलने तक नहीं दिया. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से आंगनवाड़ी वर्करों के मानदेय में बढ़ोतरी किए जाने के बाद भी आंगनवाड़ी वर्कर हड़ताल पर डटे हुए हैं, ऐसे में अब देखना होगा कि सरकार इस पर क्या रुख अपनाती है और आंगनवाड़ी वर्कर कब तक हड़ताल पर डटे रहते हैं.
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