फतेहाबादः शनिवार देर रात और रविवार सुबह हुई तेज बारिश के कारण अनाज मंडी में रखी गेहूं पूरी तरह से भीग चुकी है. व्यापारियों का कहना प्रशासन की ओर से पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. ऐसे में अगर गेहूं खराब होती है तो इसका सारा नुकसान व्यापारियों को उठाना पड़ेगा. उनका कहना है कि बार-बार लिखित शिकायत देने के बाद भी प्रशासन द्वारा पुख्ता इंतजाम नहीं किए जा रहे.
बारिश में भीगी गेहूं की बोरियां
शनिवार से हरियाणा के कई जिलों में तेज बारिश हो रही है. ऐसे में मंडी में पड़ी किसानों फसल पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं क्योंकि अनाज मंडियों में किसानों की सारी फसल खुले में पड़ी है. फतेहाबाद अनाज मंडी का भी हाल कुछ ऐसा ही है. जहां देर से तेज बारिश के कारण अनाज मंडी में खुले में रखी गेंहू बुरी तरह से भीग गई है. मंडी में गेहूं को ढकने के लिए तिरपाल की भी कोई व्यवस्था दिखाई नहीं दी. इसके कारण खुले में रखा गेहूं बारिश के कारण बुरी तरह से भीगता रहा.
'तेजी से नहीं हो रहा उठान'
व्यापारियों का कहना है कि एक तो सरकार उनकी पहले से कोई सुनवाई नहीं कर रही है और ना ही बारिश से निपटने के लिए कोई व्यवस्था कर रही है. ऐसे में मौसम में आए बदलाव के कारण हो रही बारिश ने किसानों और आढ़तियों की कमर तोड़ दी है. फतेहाबाद व्यापार मंडल के सचिव रमेश तनेजा ने बताया कि मंडी में गेहूं का उठान काफी धीमी गति से हो रहा है, जिसके कारण ये समस्या उत्पन्न हुई है.
पानी निकासी की नहीं सुविधा
सचिव ने बताया कि मंडी प्रशासन द्वारा पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की गई. यही कारण है कि बारिश के कारण सड़क पर जमा हुए पानी की निकासी नहीं हो पा रही है और गेहूं उसी पानी के बीच पड़ा है. व्यापारियों ने सरकार के खिलाफ काफी रोष जाहिर किया. उन्होंने कहा कि अब गीली हो चुकी गेहूं को व्यापारी उठवाने की व्यवस्था कर रहे हैं. व्यापारियों की सरकार और प्रशासन कोई सुनवाई नहीं कर रहा.
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