फतेहाबाद: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने चौथी बार लॉकडाउन लगाया है. बार-बार लग रहे लॉकडाउन की वजह से प्रवासी मजदूरों की समस्याएं और ज्यादा बढ़ गई हैं. टोहाना के कुलां क्षेत्र में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं. ये मजदूर अपने घर वापस जाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, लेकिन तकनीकि जानकारी के अभाव के चलते उनकी परेशानी और बढ़ रही हैं.
यूपी पुलिस ने बॉर्डर से किए वापस
टोहाना से दर्जनों मजदूर अपने खर्चे पर घर की ओर से रवाना हुए, लेकिन उन्हें उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर पुलिस ने रोक दिया. जिसके बाद वो मजबूर होकर वापस टोहाना लौट आए. रोकने वाले अधिकारियों ने उन्हें बताया कि वो बस या ट्रेन के जरिए ही अपने घर जा सकते हैं. मजदूरों ने प्रशासन से गुहार लगाते हुए कहा कि उनको घर भेजने का इंतजाम किया जाए.
मजदूरों ने बताया कि वे कुलां में गुरु हरराय राइस में मजदूरी काम करते थे, लेकिन महामारी की वजह से बीते दो माह से उनका रोजगार बंद हो गया है. जिससे उन्हें काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है. बड़ी मुश्किल से अपने स्तर पर घर जाने के लिए वाहन बुक किया था, लेकिन वो इससे भी नहीं जा पाए. प्रशासन की ओर से उनका पंजीकरण भी किया गया था, परंतु इसके बावजूद उन्हें यूपी पुलिस ने बॉर्डर से वापस कर दिया.
ये भी पढ़े:- सवारियों की कमी की वजह से सिरसा से रोडवेज की तीन बसें रद्द
मजदूरों के मुताबिक यूपी पुलिस ने उन्हें तर्क दिया कि वे सरकार की चलाई गई बसें या ट्रेनों के माध्यम से ही घर जाएं. इसलिए उन्हें यूपी बॉर्डर से वापस लौटा दिया गया है. मजदूरों ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से यहां उन्हें कोई रोजगार नहीं मिल रहा है. उनके परिवार भूखे मरने की कगार पर आ गए हैं. ऐसे में उनके पास वापस घर जाने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं बचा है.