फतेहाबादः हरियाणा के फतेहाबाद में व्यापारियों ने ई-नेम प्रणाली के विरोध में अनिश्चितकालिन हड़ताल (Traders strike in Fatehabad) शुरू कर दी है. व्यापारियों ने मार्केट कमेटी कार्यालय के बाहर धरना दिया और भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. व्यापारियों का कहना है कि सरकार जब तक उनकी मांगें मान नहीं लेती है तब तक वो विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे. हड़ताल कर रहे व्यापारियों का कहना है कि भाजपा सरकार आढ़तियों को परेशान कर रही है.
फतेहाबाद अनाज मंडी व्यापारी यूनियन (Fatehabad Grain Market Merchants Union) के प्रधान जगदीश भादू ने बताया कि सरकार ने ई-प्रणाली और कमीशन को लेकर कई प्रकार की नए नियम लागू किए हैं. जिसके चलते व्यापारी हड़ताल (Adhati strikae in Fatehabad) पर हैं. अगर सरकार ने व्यापारियों की मांग नहीं मानी तो मंगलवार को हरियाणा के सभी जिलों में एमएलए का घेराव कर मांग पत्र दिए जाएंगे. उसके बाद भी सरकार नहीं मानी तो करनाल में 21 सितंबर को मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Haryana chief minister Manohal lal) के कार्यालय का घेराव किया जाएगा.
अगर फिर भी सरकार नहीं मानी तो व्यापारी प्रदेश में बड़ा आंदोलन करेंगे. व्यापारी यूनियन के प्रधान ने बताया कि हरियाणा की भाजपा सरकार ने धान की खरीद पर 45 प्रतिशत टैक्स लगाया है. उनकी मांग है कि इस टैक्स को घटाकर 1 प्रतिशत किया जाए. उन्होंने धान की खरीद पर अढ़ाई रुपये सैकड़ा आढ़त की मांग भी की है. उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक वो मंडियों में धान व नरमे की बोली नहीं शुरू करेंगे.
मंडियों में अगर धान और नरमे (कपास) की खरीद नहीं हुई तो फिर किसानों की परेशानी बढ़ना तय है. फिलहाल आढ़तियों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुये सरकार भी कोई बातचीत का रास्ता निकालने की कोशिश कर रही है. क्योंकि मंडियों में खरीद चल रही है. अगर हड़ताल लंबी खींच जाती है तो मंडियों में धान व नरमे के ढेर लग जाएंगे. जिससे मंडियों में अव्यवस्था फैल जाएगी.
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