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पराली जलाने वाले किसानों के केस वापस लेगी हरियाणा सरकार? सुनिए क्या बोली सुनीता दुग्गल - पराली पर सुनीता दुग्गल

बीजेपी सांसद सुनीता दुग्गल से जब किसानों पर दर्ज पराली के मामलों पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये फैसला मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उनकी कैबिनेट का है. किसानों पर दर्ज केस वापस लेने का फैसला मंत्रियों और विपक्षी पार्टियों से सलाह लेकर ही लिया जाएगा.

बीजेपी सांसद सुनीता दुग्गल
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Published : Nov 12, 2019, 7:53 PM IST

फतेहाबाद: हरियाणा सरकार ने पराली प्रबंधन पर छोटी जोत वाले किसानों को 100 रुपये प्रति क्विंटल देने का प्रावधान किया है. सरकार ने ये फैसला पराली जलाने के मामलों में कमी लाने के लिए किया है. इसके अलावा किसानों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कर पराली जलाने के मामलों में कमी लाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन अब ये मांग उठ रही है कि किसानों पर दर्ज किए गए केसों को सरकार वापस ले.

‘केस वापस लेना का कैबिनेट का फैसला’

बीजेपी सांसद सुनीता दुग्गल से जब किसानों पर दर्ज पराली के मामलों पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये फैसला मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उनकी कैबिनेट का है. किसानों पर दर्ज केस वापस लेने का फैसला मंत्रियों और विपक्षी पार्टियों से सलाह लेकर ही लिया जाएगा.

क्लिक कर सुनें, क्या बोली सुनीता दुग्गल

पराली के समाधान पर सरकार गंभीर-दुग्गल

बता दें कि सिरसा लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद सुनीता दुग्गल कार्यकर्ताओं की बैठक लेने टोहाना पहुंची थी. जहां उन्होंने ये बात कही. इसके साथ ही दुग्गल ने कहा कि उनकी पराली के बारे में हरियाणा भवन में मुखयमंत्री से विस्तार से चर्चा हुई है. पराली के स्थाई समाधान को लेकर सरकार गंभीर है और इस बारे विचार भी किया जा रहा है.

ये भी पढ़िए: डिप्टी सीएम बनने के बाद पहली बार जींद पहुंचे दुष्यंत चौटाला, कार्यकर्ताओं में दिखा क्रेज

किसानों को प्रोत्साहन राशि देगी हरियाणा सरकार

गौरतलब है कि बढ़ते प्रदूषण पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा और पंजाब को फटकार लगाई थी. साथ कोर्ट ने आदेश दिया था कि किसानों को पराली के निस्तारण के लिए 100 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से इंसेन्टिव या प्रोत्साहन राशि का भुगतान सरकार की ओर से किया जाए. जिसके बाद हरियाणा सरकार ने किसानों को प्रोत्साहन राशि देने का फैसला लिया. बता दें कि ये आदेश बासमती चावल की खेती से पैदा होने वाली पराली पर लागू नहीं होगा.

फतेहाबाद: हरियाणा सरकार ने पराली प्रबंधन पर छोटी जोत वाले किसानों को 100 रुपये प्रति क्विंटल देने का प्रावधान किया है. सरकार ने ये फैसला पराली जलाने के मामलों में कमी लाने के लिए किया है. इसके अलावा किसानों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कर पराली जलाने के मामलों में कमी लाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन अब ये मांग उठ रही है कि किसानों पर दर्ज किए गए केसों को सरकार वापस ले.

‘केस वापस लेना का कैबिनेट का फैसला’

बीजेपी सांसद सुनीता दुग्गल से जब किसानों पर दर्ज पराली के मामलों पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये फैसला मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उनकी कैबिनेट का है. किसानों पर दर्ज केस वापस लेने का फैसला मंत्रियों और विपक्षी पार्टियों से सलाह लेकर ही लिया जाएगा.

क्लिक कर सुनें, क्या बोली सुनीता दुग्गल

पराली के समाधान पर सरकार गंभीर-दुग्गल

बता दें कि सिरसा लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद सुनीता दुग्गल कार्यकर्ताओं की बैठक लेने टोहाना पहुंची थी. जहां उन्होंने ये बात कही. इसके साथ ही दुग्गल ने कहा कि उनकी पराली के बारे में हरियाणा भवन में मुखयमंत्री से विस्तार से चर्चा हुई है. पराली के स्थाई समाधान को लेकर सरकार गंभीर है और इस बारे विचार भी किया जा रहा है.

ये भी पढ़िए: डिप्टी सीएम बनने के बाद पहली बार जींद पहुंचे दुष्यंत चौटाला, कार्यकर्ताओं में दिखा क्रेज

किसानों को प्रोत्साहन राशि देगी हरियाणा सरकार

गौरतलब है कि बढ़ते प्रदूषण पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा और पंजाब को फटकार लगाई थी. साथ कोर्ट ने आदेश दिया था कि किसानों को पराली के निस्तारण के लिए 100 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से इंसेन्टिव या प्रोत्साहन राशि का भुगतान सरकार की ओर से किया जाए. जिसके बाद हरियाणा सरकार ने किसानों को प्रोत्साहन राशि देने का फैसला लिया. बता दें कि ये आदेश बासमती चावल की खेती से पैदा होने वाली पराली पर लागू नहीं होगा.

Intro: पराली जलाने के केस को रदद करने के सवाल पर सुनीता दुगगल का जवाब यह मुखयमंत्री लेगे निर्णय, 100रूपए किवंटल पराली खरीदे की बात कही, अभय चौटाला का ब्यान की पराली से ज्यादा प्रदुषण अन्य करते है उस पर सरकार क्यू नहीं करती कार्यवाही पर कुछ नहीं बोली सुनीता दुग्गल कहा हर सब की जिममेवारी पर्यावरण प्रदुषित न हो। Body: सिरसा लोकसभा सांसद सुनीता दुग्गल कार्यकर्ताओं से बैठक के अलावा लोगों की समस्या सुनने के लिए टोहाना पहुंची। बैठक उपरांत चण्डीगढ़ रोड़ स्थित सैवन सीज होटल में पै्रसवार्ता का आयोजन किया गया इस दौरान धान की पराली का स्थाई समाधान व किसानों द्वारा धान के अवशेष जलाए जाने पर विभाग द्वारा दर्ज केस वापिस लिए जाने के सवाल पर उन्होने जवाब देते हुए कहा कि प्रयावरण को दुषित होने से बचाने के लिए प्रत्येक मनुष्य का दायित्व है। इसमें अकेले किसानों को दोष नही थोपा जा सकता है उन्हाने कहा कि इस बारे में हरियाणा भवन में मुखयमंत्री से विस्तार से चर्चा हुई है पराली का स्थाई समाधान को लेकर सरकार गंभीर है तथा इस बारे विचार भी किया जा रहा है ताकि पराली का स्थाई समाधान भी हो जाए तथा वातावरण को दु्िरषत हाने से भ्भी बचाया जा सके।इसके चलते सरकार ने100 रू किवंटल के हिसाब से धान की पराली खरिदने पर विचार किया है। जिसके लिए खरीद सैंटर बनाए जाएगें इसके अलावा कई फैक्टरियों को भी चयनित किया गया है जंहा पराली को खरीद कर भेजा जाएगा ताकि पराली के समाधान के अलावा किसान की आमदनी भी होगी। सरकार इस बारे जल्द कदम उठाकर समस्या का समाधान करेगी। किसानों पर दर्ज केस रद्द किए जाने बारे पुछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि यह मामला मुखयमंत्री का है वो क्या फैसला लेते है यह मेरे बस की बात नही है।
इसके अलावा देश में बढ़ रही बेरोजगारी मामले में भी उनकी प्रतिक्रिया रही सरकार इस मामले में भी विचार कर युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने बारे विचार कर रही है। सरकार द्वारा युवाओं के लिए बेहतर क्या किया जा सकता है सरकार के संज्ञान में है उन्होने सरकार की सक्षम योजना का हवाला देते हुए कहा कि सरकार युवाओं को 100 दिन का रोजगार देने का काम कर रही है इसके अलावा सरकार प्रयासरत है।सुनीता दुग्गल बेरोजगारी मामले को पुरी दुनिया से जोड़ कर सवाल के जवाब में उलझती नजर आई अगर पुरी दुनिया में बेरोजगारी है तो युवा लगातार युरोपियन देशों की ओर भाग रहे है। इस बारे में उनके पास तथ्नात्मक कौइ जवाब नही था।Conclusion:bite1 : सुनीता दुग्गल भाजपा सिरसा लोकसभा सांसद
vis1 _ cut shot
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