फतेहाबाद: हाईकोर्ट के आदेशों को दरकिनार करते हुए शिक्षकों के पे स्केल निर्धारित करने में घोटाले का आरोप लगा है. ये आरोप टोहाना के वकील विरेंद्र कुमार ने लगाए हैं.
शिक्षा विभाग में करोड़ों का घोटाला !
विरेंद्र कुमार ने बताया कि हाई कोर्ट में एक रीट नीलम रानी वर्सेस हरियाणा के नाम से फाइल हुई थी. इसके बाद कोर्ट में 69 रीट पीटीशन फाइल हुई. जिसके बाद कोर्ट ने हरियाणा सरकार के वित्त विभाग को एक लेटर जारी किया.
लेटर में कहा गया कि हरियाणा के शिक्षकों की पे फिर से निर्धारित की जाए, क्योंकि जो शिक्षक साल 2006 से पहले लगे थे. उनकी सैलरी 2009 के बाद लगे शिक्षकों की सैलरी से कम थी.
रिश्वत लेकर पे स्केल बदलने का आरोप
विरेंद्र कुमार ने आरोप लगाया कि पे स्केल निर्धारित करने में बड़ा घोटाला हुआ है. अधिकारियों ने रिश्वत लेकर शिक्षकों की पे स्केल में बदलाव किया.
उन्होंने आरोप लगाया कि सिर्फ टोहाना में 100 करोड़ जबकि प्रदेश भर में 700 करोड़ तक का घोटाला हुआ है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से पैसा रिकवरी के लिए लेटर भी जारी किया जा चुका है, लेकिन अभी तक अधिकारियों से पैसे के रिकवरी नहीं की गई है.