फतेहाबाद: जम्मू कश्मीर की राजभाषा से पंजाबी भाषा को हटाने का मुद्दा अब हरियाणा पहुंच चुका है. इसके विरोध में गुरुवार को हरियाणा पंजाबी अध्यापकों ने लघु सचिवालय में प्रदर्शन किया. प्रदेशनकारियों ने पंजाबी भाषा को जम्मू कश्मीर की राजभाषा में दोबारा शामिल करने की मांग की.
नारेबाजी करते हुए पंजाबी अध्यापक लघु सचिवालय पहुंचे और डीसी के माध्यम से केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल के नाम ज्ञापन सौंपा. हरियाणा पंजाबी अध्यापक भाषा सोसाइटी के बैनर तले इन अध्यापकों के द्वारा प्रदर्शन किया गया.
हरियाणा पंजाबी अध्यापक भाषा सोसाइटी के जिला प्रधान इंद्रजीत सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर की राजभाषा सूची से पंजाबी भाषा को हटा दिया गया है. उन्होंने कहा कि इससे जम्मू कश्मीर ही नहीं बल्कि पूरे देश में पंजाबी भाषा के प्रेमियों को ठेस पहुंची है. इसके चलते आज उन्होंने डीसी के माध्यम से केंद्रीय मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है.
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प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि पंजाबी भाषा को फिर से जम्मू कश्मीर की राजभाषा में शामिल किया जाए. उन्होंने कहा कि अगर सरकार द्वारा ये मांग नहीं मानी जाती तो आने वाले समय में हरियाणा और पंजाब एक साथ अभियान चलाकर जिला स्तर पर ज्ञापन सौंपे जाएंगे और मुहिम को तेज किया जाएगा.