फतेहाबाद: हमारे जीवन में माता-पिता के बाद सबसे ज्यादा अहमियत हमारे गुरुजन रखते हैं जो हमें ज्ञान की शिक्षा देकर हमारे जीवन के साथ-साथ हमारे समाज और देश को भी जगमग कर देते हैं. घर के बाद शिक्षा का मंदिर है जहां माता-पिता अपने बच्चों को सुरक्षित महसूस करते हैं और शिक्षकों के भरोसे बच्चों को स्कूल भेज देते हैं. लेकिन क्या हो जब शिक्षा देने वाला भक्षक हो जाए.
हम बात कर रहे हैं हरियाणा के फतेहाबाद जिले में सरकारी स्कूल में बच्चियों के के साथ (principal Molestated girl students) शिक्षक द्वारा अश्लील हरकतें करने का मामला सामने आया हैं. स्कूल प्रिंसिपल छात्राओं को गंदे-गंदे मैसेज करता था. गांव जाखल में गुरु-शिष्य की गरिमा को तार-तार होने पर लोगों में गुस्से का ऐसा सैलाब उमड़ा कि प्रिंसिपल को सड़क पर मारने के लिए उतारु हो गए.
मामले की सूचना पुलिस को दी गई. मामला सामने आने के बाद छात्राओं के अभिभावकों और ग्रामीणों में जबरदस्त रोष फैल गया. जिससे पुलिस को भीड़ काबू करना मुश्किल हो गया. पुलिस ने जेजे एक्ट और पॉक्सो एक्ट सहित विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत आरोपी अध्यापक के खिलाफ मामला (girl students molestation case) दर्ज कर लिया है. आरोप है कि गांव जाखल के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में तैनात प्रिंसिपल नरेंद्र स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें करता आ रहा है.
आरोप यह भी कि उक्त प्रिंसिपल स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं को गलत तरीके से स्पर्श करता था. जिससे छात्राओं में रोष था लेकिन शर्म के कारण वह किसी को बता नहीं पा रही थी. स्कूल में पढ़ने वाली एक छात्रा ने हिम्मत करके मामले की जानकारी अपने परिजनों को दी. मामले की (girl students molestation case) जानकारी मिलते ही पूरे गांव में रोष फैल गया और ग्रामीण पंचायत की और एकत्र होकर स्कूल पहुंच गए.
अभिभावकों ने स्कूल में बवाल मचा दिया. इसके बाद ग्रामीण मामले की शिकायत लेकर जाखल थाने में बने हेल्प डेस्क पर पहुंचे और शिकायत दर्ज करवाई गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस जैसे ही स्कूल में पहुंच गई और आरोपी प्रिंसिपल को जीप में बैठा कर ले जाने लगी तो ग्रामीणों ने उसकी (parents beat school principal) धुनाई कर दी. इधर इस मामले में स्कूल में कार्यरत अन्य अध्यापक संघ से जुड़े अध्यापकों ने इस कृत्य की घोर निंदा की है. मामले की सूचना शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों तक कर दी गई है.
सवाल यह है कि शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले पवित्र स्थान पर भी बेटियां ऐसे बदमाशों का शिकार होंगी तो सुरक्षित कहां हैं. हरियाणा में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की गई लेकिन इसका जवाब आज तक नहीं मिल पाया कि बेटियों को भ्रूण से तो बचाने का प्रयास है लेकिन पढ़ाते समय बेटियों के आत्म सम्मान और इज्जत की सुरक्षा कहां हैं.