फतेहाबाद: सख्ती के बाद भी हरियाणा के कई जिलों में किसान पराली जला रहे हैं. फतेहाबाद में भी किसान बिना किसी डर के पराली को आग लगा रहे हैं. जिसके बाद अब जिला प्रशासन ने पराली जलाने वालों पर सख्ती करना शुरू कर दिया है.
14 गांव के सरपंच और नंबरदारों को नोटिस
फतेहाबाद प्रशासन ने 14 गांव के सरपंच और नंबरदारों को नोटिस जारी किया है. नोटिस जारी कर पूछा गया है कि क्या उनके गांव में पराली जली है ? अगर हां तो उन्होंने प्रशासन को इस बात की जानकारी क्यों नहीं दी ? अगर सरपंचों और नंबरदारों की ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो उन पर कार्रवाई तय है.
पराली जलाने पर जमीदारों के गन लाइसेंस रद्द
इसके अलावा जिन जमीदारों ने अपने खेतों में पराली जलाई है उन पर मामला दर्ज करवा दिया गया है और अब उन जमीदारों के गन लाइसेंस रद्द करने को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. फतेहाबाद के उपायुक्त धीरेंद्र खडगटा ने प्रेस वार्ता कर इस बात की जानकारी दी.
पराली नहीं जलाने वाले गांव को मिलेंगे 20 लाख
धीरेंद्र खडगटा ने कहा कि प्रशासन हर तरफ से किसानों पर दबाव बनाकर पराली जलाने के मामले कम करने को लेकर जुटा हुआ है. उन्होंने कहा कि जिन गांव के किसानो ने पराली नहीं जलाई, उन गांवो की ग्राम पंचायतों को गांव के विकास के लिए 20 लाख रुपए की राशि दी जाएगी.
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फतेहाबाद में पराली जलाने के 190 मामले दर्ज
उपायुक्त ने बताया कि अब तक फतेहाबाद प्रशासन ने 190 किसानों पर पराली जलाने के मामले दर्ज किए हैं. प्रशासन को 895 पराली जलाने की शिकायतें मिली थी, जिनमें से 270 झूठी पाई गई, बाकी पर कार्रवाई चल रही है. उपायुक्त ने कहा कि प्रशासन की तरफ से लगातार टीमें बनाकर पराली जलने से रोकने को लेकर काम किया जा रहा है.