फतेहाबाद: स्वास्थ्य विभाग ने सभी मेडिकल संचालकों को खांसी, जुकाम और बुखार की दवा लेने आने वाले मरीजों का डाटा इकट्ठा करने को कहा है. इस डाटा के आधार पर स्वास्थ्य विभाग उन लोगों की स्क्रीनिंग करने में मदद मिलेगी. अगर कोई मेडिकल संचालक ऐसा नहीं करता है तो प्रशासन उस पर सख्त कदम उठाएगा.
अब कोई भी व्यक्ति मेडिकल स्टोर पर जाकर खांसी, जुखाम और बुखार की दवाई लेगा, तो उसका नाम, पता और मोबाइल नंबर रजिस्टर में नोट किया जाएगा. मेडिकल संचालकों को रोजाना शाम को स्वास्थ्य विभाग को दिनभर एकत्र किए डाटा की जानकारी देनी होगी. फतेहाबाद मेडिकल संचालकों ने आदेश के बाद काम शुरू कर दिया है.
इस बार में मीडिया से बात करते हुए केमिस्ट एसोसिएशन के जिला प्रधान अरविंद मोंगा ने बताया कि प्रशासन और ड्रग विभाग के आदेश के बाद खांसी-जुकाम के मरीजों का डाटा इकट्ठा किया जा रहा है. उनके पास खांसी जुकाम और बुखार की दवाई लेने के लिए आने वाले मरीजों का नाम पता और मोबाइल नंबर रजिस्टर में दर्ज किया जा रहा है. ये डाटा रोजाना शाम को स्वास्थ्य विभाग और ड्रग विभाग के पास भेजा जा रहा है.
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वही इस संबंध में फतेहाबाद के ड्रग इंस्पेक्टर रजनीश धालीवाल ने बताया कि प्रशासन के आदेश के बाद उन्होंने सभी मेडिकल संचालकों को आदेश जारी कर दिए हैं. सर्दी, जुखाम और बुखार के आने वाले मरीजों का डाटा मेडिकल संचालक एकत्र कर रहे हैं. ऐसे में अगर लगातार कोई व्यक्ति सर्दी, जुखाम और बुखार से पीड़ित है तो उसकी स्क्रीनिंग स्वस्थ विभाग करेगा.