फतेहाबाद: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 28वां दिन है. सरकार ने बातचीत के न्योते की जो चिट्ठी रविवार रात भेजी थी, उसका जवाब किसान आज देंगे. वहीं दूसरी तरफ फतेहाबाद की अनाज मंडी में किसानों और व्यापारियों की महापंचायत हुई. जिसमें दर्जनों किसान संगठनों और व्यापारियों ने हिस्सा लिया.
महापंचायत में फतेहाबाद और आसपास के इलाकों में किस तरह किसान आंदोलन को बढ़ाया जाए, इस पर चर्चा की गई. साथ ही बीजेपी के उपवास कार्यक्रम के दौरान हंगामा करने पर किसानों के खिलाफ दर्ज हुए केस को वापस लेने की भी मांग की गई.
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बता दें कि किसान पिछले 28 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं. आंदोलनकारी किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार नए कृषि कानूनों को वापस ले. हालांकि सरकार ने यह साफ कर दिया है कि वो किसी भी कीमत पर कानूनों को वापस नहीं लेगी लेकिन किसानों की मांग के अनुसार उसमें संशोधन करने को राजी हैं.