फतेहाबाद: कृषि कानून रद्द किए (farm laws withdrawal) जाने के बाद अब किसान एमएसपी पर कानून बनाने की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं. वहीं दूसरी ओर एमएसपी पर भाजपा-जजपा के नेता एकमत नजर नहीं आ रहे हैं. दरअसल सीएम मनोहर लाल खट्टर साफ-साफ कह चुके हैं कि एमएसपी पर कानून बनाना संभव नहीं है. वहीं जजपा के प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह (JJP Nishan Singh) का कहना है कि किसानों की माली हालत ठीक करने के लिए जरूरी है कि एमएसपी तय कर उसकी सारी उपज खरीदी (Nishan Singh Comment On MSP) जाए.
निशान सिंह ने शनिवार को फतेहाबाद में य बात पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही. उन्होंने कहा कि जैसा कि केंद्र सरकार कह चुकी है कि एमएसपी पर कमेटी गठित की जाएगी तो जल्द ही कमेटी बनाकर इस ओर ध्यान दिया जाए. केंद्र सरकार इस ओर ध्यान दे कि देश की कृषि घाटे का सौदा बन गई है. किसान की माली हालत कैसे ठीक हो इसके लिए उसकी हर फसल एमएसपी तय कर खरीदी जाए. इसके अलावा सिंह ने कहा कि अब तक जितने किसान इस आंदोलन के चलते मरे हैं यदि उनपर कोई आपराधिक केस नहीं है और उनकी मौत किसी और कारण से नहीं हुई तो परिवार को मुआवजा दिया जाए.
वहीं डेंटल सर्जन भर्ती मामले में सामने आए भ्रष्टाचार पर उन्होंने कहा कि सरकार अच्छा काम कर रही है. अगर कोई ऐसे लोग सामने आते हैं तो सरकार संज्ञान लेकर उनको पकड़ती भी है और कार्रवाई जारी है. सरकार का काम भ्रष्टाचार को पकड़कर सजा देना है. जो सरकार कर रही है. मंत्रिमंडल विस्तार पर उन्होंने कहा कि हरियाणा में मंत्रिमंडल विस्तार जल्द होना चाहिए और जजपा के खाते में एक मंत्री की सीट खाली है इसे भरा जाना चाहिए.
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बता दें कि बीते शुक्रवार को सीएम मनोहर लाल खट्टर ने पीएम मोदी से मुलाकात की थी. पीएम से मुलाकात करने के बाद सीएम ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा था एमएसपी पर कानून बनाना संभव नहीं लग रहा. विशेषज्ञों के अनुसार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानून बनाना मुश्किल होगा. क्योंकि सरकार के पास इतनी मांग नहीं है और खरीद का सारा दबाव सरकार पर आएगा. उन्होंने कहा कि हरियाणा में पहले से ही 12-13 फसलें एमएसपी पर खरीदी जा रही हैं. इस बार भी खराब हुआ बाजरा 600 रुपये प्रति क्विंटल पर खरीदा गया, जो मापदंडों पर विचार किए जाने के बाद संभव नहीं होगा.
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